दीपावली पर आत्मनिर्भरता की मिसाल: गाजियाबाद की भागीरथी सेवा संस्थान ने दिव्यांग बच्चों को सिखाई कला, लगवाए स्टॉल

गाज़ियाबाद। दीपावली के पावन त्यौहार के अवसर पर भागीरथी सेवा संस्थान ने दिव्यांग बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाया है। यह संस्था दिव्यांग बच्चों को इस काबिल बनाती है कि वे किसी पर बोझ न बनें और अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

बच्चों द्वारा बनाए गए उत्पादों को बेचने के लिए एक स्टॉल (दुकान) भी लगाई गई। इस स्टॉल पर बच्चों द्वारा हाथ से बनाई गई तरह-तरह की मोमबत्तियाँ और अन्य हस्तकला की चीजें बिक्री के लिए उपलब्ध थीं। इस पहल से बच्चों को न केवल अपनी मेहनत का फल मिलता है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
संस्थान की अध्यापिका कीर्ति ने बताया कि भागीरथी सेवा संस्थान दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देती है। दीपावली पर मोमबत्ती का सबसे अधिक इस्तेमाल होता है, इसलिए बच्चों ने विशेष रूप से मोमबत्तियाँ बनाई हैं।
भागीरथी सेवा संस्थान द्वारा दिव्यांग बच्चों को इस प्रकार कौशल प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करना वास्तव में एक सराहनीय कदम है। यह न केवल बच्चों को हुनरमंद बना रहा है, बल्कि उन्हें यह भी सिखा रहा है कि वे अपनी कला के माध्यम से सम्मानपूर्वक जीविकोपार्जन कर सकते हैं।