दिल्ली: क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, नकली दवाओं का संगठित रैकेट पकड़ा
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने नकली और मिलावटी दवाओं के एक बड़े और संगठित रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में करीब 2.3 करोड़ मूल्य की स्प्यूरियस (नकली) शेड्यूल-एच श्रेणी की मलहम बरामद की गई हैं, जिन्हें असली दवाओं के रूप में देशभर में बेचा जा रहा था। ये नकली दवाएं आम लोगों की सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकती थीं।
क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम ने रविवार को बताया कि पुलिस टीम ने इस संबंध में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मीरपुर हिंदू गांव, लोनी, गाजियाबाद (उप्र) निवासीगौरव भगत और श्रीराम उर्फ विशाल गुप्ता के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि सदर बाजार, तेलीवाड़ा इलाके में नकली दवाओं की बड़ी खेप खपाई जा रही है। सूचना के आधार पर तकनीकी निगरानी और जमीनी खुफिया जानकारी के सहारे साइबर सेल की टीम ने छापा मारा। छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकली शेड्यूल-एच मलहम बरामद की गईं, जिनमें बेटनोवेट-सी और क्लॉप-जी जैसी चर्चित दवाएं शामिल थीं। ये मलहम आमतौर पर त्वचा रोगों और खेल चोटों के इलाज में इस्तेमाल की जाती हैं। इसके बाद आगे की जांच और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर उप्र के गाजियाबाद जिले के लोनी स्थित मीरपुर हिंदू गांव में नकली दवाएं बनाने की एक फैक्ट्री का पर्दाफाश किया गया। यहां से भारी मात्रा में तैयार नकली दवाएं, पैकिंग सामग्री, कच्चा माल, केमिकल्स और दवा बनाने की मशीनें बरामद की गईं। छापेमारी के दौरान ड्रग इंस्पेक्टर और संबंधित दवा कंपनियों के अधिकृत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
पुलिस अधिकारी के अनुसार दिल्ली और उप्र के नॉर्थ व सेंट्रल जोन के ड्रग इंस्पेक्टरों तथा दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों ने मौके पर जांच कर नमूने लिए। जांच में पुष्टि हुई कि जब्त दवाएं पूरी तरह नकली हैं और न तो संबंधित कंपनियों द्वारा बनाई गई थीं और न ही आरोपितों के पास इन्हें बनाने या बेचने का कोई वैध लाइसेंस था।
हजारों ट्यूब और सैकड़ों किलो सामग्री बरामद
पुलिस ने करीब 1200 ट्यूब नकली बेटनोवेट-सी, 2700 से अधिक ट्यूब नकली क्लॉप-जी, 3700 से ज्यादा ट्यूब नकली स्किन-शाइन मलहम, लगभग 22 हजार खाली नकली क्लॉप-जी ट्यूब, करीब 350 किलो मिलावटी मलहम, केमिकल्स और मशीनरी बरामद की है।
क्राइम ब्रांच का कहना है कि इस रैकेट से जुड़े सप्लायरों, डिलीवरी नेटवर्क और अन्य आरोपियों की तलाश के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस इस अवैध कारोबार की पूरी सप्लाई चेन को खत्म करने में जुटी हुई है।
