"उत्तर भारत में बढ़ी ठंड, दिल्ली-एनसीआर में तापमान गिरा और हवा हुई साफ"
नई दिल्ली। उत्तर भारत में सर्दी ने अपने कदम और तेज कर दिए हैं। राजधानी दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में तापमान में गिरावट दर्ज होने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले दो दिनों में चली तेज उत्तरी-पश्चिमी हवाओं ने न केवल प्रदूषण को कम किया है, बल्कि न्यूनतम तापमान को भी नीचे धकेल दिया है। आने वाले दिनों में पारा और गिरने के संकेत हैं। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) में बड़ा सुधार दर्ज किया गया है।
जिस हवा में पिछले सप्ताह तक धुंध और स्मॉग देखने को मिलता था, वह अब काफी हद तक साफ महसूस हो रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, एनसीआर का औसत एक्यूआई खराब श्रेणी से सुधार होकर ऑरेंज जोन में पहुंच गया है, जो लोगों के लिए एक राहतभरी खबर है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा, जबकि अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जा सकता है। 7 से 11 नवंबर तक सुबह-सुबह घना कोहरा/फॉग रहने की संभावना है।
ठंडी हवाओं का असर सुबह और देर रात अधिक महसूस होगा। दिन के समय हल्की धूप मिलती रहेगी, जिससे मौसम सुहावना बना रहेगा। नोएडा में 6 नवंबर को न्यूनतम तापमान 15 डिग्री और अधिकतम 28 डिग्री दर्ज किया गया। इसके बाद लगातार 14 डिग्री न्यूनतम तापमान दिख रहा है, जो संकेत देता है कि आने वाले सप्ताह में सर्दी और तेज होगी। आम लोगों को सलाह दी गई है कि सुबह के समय धुंध व कम दृश्यता के कारण वाहन सावधानी से चलाएं।
बीते सप्ताह दिल्ली-एनसीआर गंभीर प्रदूषण की चपेट में था, लेकिन तेज हवाओं ने स्मॉग की चादर हटाकर हवा को काफी हद तक स्वच्छ बना दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि हवा की रफ्तार इसी तरह बनी रही तो प्रदूषण में और कमी देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि नवंबर के दूसरे सप्ताह से तापमान में और तेज गिरावट होगी। सुबह-शाम के समय लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल बढ़ाने लगेंगे। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अस्थमा और श्वास संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को सुबह की ठंडी हवा से बचने की सलाह दी है।
