मोकामा में खौफनाक राजनीतिक संघर्ष: जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की गोली मारकर और गाड़ी से कुचलकर हत्या
Bihar News: मोकामा विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार शाम लगभग 4:30 बजे जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक दुलारचंद यादव (70 वर्ष) की हत्या ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी।
घटना पंडारक प्रखंड के भदौर थाना क्षेत्र के बसावनचक गांव के पास हुई, जहां पहले दुलारचंद के पैर में गोली मारी गई और फिर महिंद्रा थार गाड़ी से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया गया।
गोलियों की गूंज और भगदड़
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जन सुराज प्रत्याशी का काफिला और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह का काफिला बसावनचक गांव के पास आमने-सामने आ गया।
पहले दोनों पक्षों के समर्थकों में कहासुनी हुई, फिर जन सुराज समर्थकों ने पथराव शुरू किया, जिससे माहौल अचानक बेकाबू हो गया।
अनंत सिंह के समर्थकों ने 10 से 12 राउंड फायरिंग की, जिसके बाद चारों ओर अफरातफरी मच गई।
इसी दौरान दुलारचंद यादव को गोली लगी, वह सड़क पर गिर पड़े, और तभी गुस्साए समर्थकों ने उन पर गाड़ी चढ़ा दी। इस निर्मम कृत्य से पूरे इलाके में दहशत फैल गई।
राजनीतिक आरोपों की जंग
जहां ग्रामीणों ने जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर हत्या का आरोप लगाया है, वहीं अनंत सिंह ने राजद उम्मीदवार के पति सूरजभान सिंह और उनके समर्थकों पर साजिश रचने का आरोप लगाया है।
अनंत सिंह ने कहा कि उनके काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें उनके कई कार्यकर्ता घायल हुए और लगभग दस गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। दोनों पक्षों की ओर से लगातार बयानबाजी जारी है, जिससे स्थिति और अधिक तनावपूर्ण होती जा रही है।
पुलिस और प्रशासन सतर्क
घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है।
बाढ़ एएसपी टू अभिषेक कुमार ने बताया कि अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, लेकिन जांच जारी है।
उन्होंने पुष्टि की कि दुलारचंद के पैर में गोली मारी गई थी और फिर उन्हें गाड़ी से कुचला गया।
ग्रामीणों ने आक्रोश में पुलिस को रात भर शव उठाने नहीं दिया, और जगह-जगह भीड़ जमा हो गई।
इस बीच राजद उम्मीदवार कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया, और सूरजभान सिंह के समर्थक भी मौके पर पहुंच गए हैं।
हत्याकांड ने मोकामा की राजनीति में मचाई हलचल
दुलारचंद यादव की हत्या केवल एक आपराधिक वारदात नहीं, बल्कि मोकामा की राजनीति में उभरती हिंसक प्रतिस्पर्धा का प्रतिबिंब बन गई है।
जन सुराज और जदयू समर्थकों के बीच की यह भिड़ंत अब राजनीतिक दांवपेंच और आरोप-प्रत्यारोप के नए अध्याय में बदल गई है। पुलिस प्रशासन ने कहा है कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि ग्रामीणों में अब भी भय और असुरक्षा का माहौल व्याप्त है।
