इंदौर में आग का कहर: तीन मंजिला घर में धुआं बना काल, 11 साल के मासूम की मौत से मचा कोहराम


कैसे लगी आग?

बंद रास्ते में दम घुटा मासूम का
घर में आने-जाने के लिए केवल एक ही दरवाज़ा था। जैसे ही आग ने फैलना शुरू किया, धुआं बाहर नहीं निकल सका और पूरा घर गैस चेंबर जैसा बन गया। दम घुटने से 11 वर्षीय बच्चे की जान चली गई, जबकि बाकी सदस्य बेहोश हो गए। डॉक्टरों के अनुसार, समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से बच्चे की मौत हो गई।
फायर ब्रिगेड की जद्दोजहद
घटना की सूचना पाते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं। दरवाज़ा तोड़कर फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला गया। सभी घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया और बाकी पांच लोगों को आईसीयू में भर्ती किया गया है।
दूसरा परिवार सुरक्षित बचा
घर की दूसरी मंजिल पर एक अन्य परिवार भी रहता था, जो आग की लपटों से घिर गया था। बचाव कर्मियों ने पेड़ पर चढ़कर उस परिवार के सभी चार सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया। अधिकारियों ने बताया कि अगर थोड़ी भी देरी होती तो यह हादसा और भी भयावह हो सकता था।
हादसे ने दिया चेतावनी का संदेश
यह हादसा शहरवासियों को याद दिलाता है कि स्क्रैप या ज्वलनशील वस्तुएं घर के भीतर रखना कितनी बड़ी लापरवाही है। विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि अपने घरों में पर्याप्त वेंटिलेशन, अग्निशमन उपकरण और आपातकालीन रास्ते ज़रूर रखें ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।