MP बुलडोजर ऐक्शन: भोपाल में फरहान-साद-साहिल के मकान जमींदोज, रेप और धर्मांतरण मामले में सख्त प्रशासन

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार सुबह तड़के प्रशासन ने बड़ा बुलडोजर ऐक्शन किया। यह कार्रवाई उन आरोपियों पर की गई जिन पर टीआईटी कॉलेज की छात्राओं से दुष्कर्म, लव जिहाद और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप हैं। फरहान, साद और साहिल नामक आरोपियों के अर्जुन नगर स्थित अवैध मकानों को प्रशासन ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ध्वस्त कर दिया।
प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
आरोपियों के अवैध मकान सरकारी जमीन पर बने
तहसीलदार सौरभ वर्मा ने पहले ही इन मकानों को अवैध घोषित कर नोटिस जारी किए थे। प्रशासन के अनुसार ये मकान सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाए गए थे। शुक्रवार रात ही इलाके को घेरकर बैरिकेडिंग कर दी गई थी ताकि सुबह बिना किसी बाधा के कार्रवाई की जा सके।
लंबे समय से चल रही थी तैयारी
इस कार्रवाई को लेकर प्रशासन ने पहले से प्रक्रिया शुरू कर दी थी। तहसीलदार द्वारा सुनवाई के बाद रिपोर्ट एसडीएम को सौंपी गई थी, जिसके आधार पर शनिवार सुबह मकान जमींदोज कर दिए गए। कार्रवाई के बाद इलाके में फिलहाल शांति का माहौल है।
दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का सनसनीखेज मामला
गौरतलब है कि अप्रैल महीने में भोपाल के बागसेवनिया, जहांगीराबाद और अशोका गार्डन थानों में फरहान, साहिल, अबरार, नबील और साद समेत कई अन्य युवकों के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई गई थीं। पीड़िताओं ने आरोप लगाया था कि पहले दोस्ती की गई, फिर भरोसा जीतकर दुष्कर्म किया गया, वीडियो बनाए गए और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया गया।
पीड़िता ने किया सनसनीखेज खुलासा
पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि फरहान उसकी बड़ी बहन का कॉलेज फ्रेंड था। वह अक्सर बहाने से घर आता-जाता था। एक दिन जब बहन कॉलेज में थी, तब उसने उसे घुमाने के बहाने बुलाया और अशोका गार्डन क्षेत्र में जबरन दुष्कर्म किया। फरहान ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया और फिर लगातार ब्लैकमेल करने लगा। बाद में साहिल ने भी उसी वीडियो का इस्तेमाल कर पीड़िता का शोषण किया।
आयोगों ने उठाए सवाल
इस मामले ने न केवल भोपाल पुलिस बल्कि राज्य प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी है। आयोगों ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए और कहा कि शुरुआत में शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया गया।
SIT कर रही है जांच
भोपाल पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है। SIT अब पीड़िताओं के बयान, डिजिटल सबूत और घटनास्थल की जानकारी जुटा रही है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।