हर जिले में खोले जाएं 50-बेड आयुष अस्पताल- डॉ. अनवर सईद

देवबंद (सहारनपुर)। ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कॉन्फ्रेंस उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष और जामिया तिब्बिया, देवबंद के डायरेक्टर डॉ. अनवर सईद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के अकबरपुर में सरकार द्वारा 50 शैय्या का एकीकृत आयुष चिकित्सालय स्थापित करना एक उल्लेखनीय और प्रशंसनीय पहल है, जो आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लोगों का झुकाव एलोपैथी की तुलना में आयुष पद्धति की ओर अधिक हो रहा है, क्योंकि यह सुरक्षित, प्राकृतिक और पारंपरिक चिकित्सा पद्धति है। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग की कि हर जनपद में कम से कम एक 50-बेड का एकीकृत आयुष चिकित्सालय खोला जाए, जिसमें यूनानी, आयुर्वेद, योग, सिद्ध और होम्योपैथी चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हों।
डॉ. अनवर सईद ने बताया कि अकबरपुर स्थित 50-बेड आयुष चिकित्सालय में इलाज- बित तदबीर, नुतुल, लीच थेरेपी, हिजामा सहित अन्य यूनानी पद्धतियों द्वारा किया जा रहा है। ओपीडी और आईपीडी दोनों की सुविधा उपलब्ध है। पैथोलॉजी लैब, आवश्यक चिकित्सा जांच और उपचार की सुविधाओं से लैस है।
इस अवसर पर चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. ब्रजेश कुमार आर्य ने डॉ. अनवर सईद को उनके योगदान और सेवाओं के लिए सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि इस केंद्र का उद्देश्य आयुष चिकित्सा को आम जनता तक प्रभावी रूप से पहुंचाना है।
डॉ. अनवर सईद ने अंत में कहा कि, "आज के युग में एलोपैथी के बजाय आयुष पद्धति पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि दीर्घकालिक रोग नियंत्रण में भी सहायक है।"
इस अवसर पर डॉ. आफताब आलम (एम.ओ. यूनानी, राजकीय चिकित्सालय बर्रा), डॉ. ज़िशान अंसारी (एम.ओ. यूनानी, 50 शैय्या आयुष चिकित्सालय, अकबरपुर) सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।