मेरठ में कंप्यूटर सेंटर की आड़ में देह व्यापार: पुलिस ने 9 युवतियों, 3 ग्राहकों और मालिक को पकड़ा

मेरठ। मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक चौंकाने वाली कार्रवाई करते हुए नई सड़क पर स्थित एक कंप्यूटर सेंटर पर छापा मारकर देह व्यापार के रैकेट का पर्दाफाश किया है। बाहर से कंप्यूटर ट्रेनिंग और जॉब वर्क सिखाने का बोर्ड लगा यह सेंटर अंदर से जिस्मफरोशी का अड्डा निकला। पुलिस ने मौके से 9 युवतियों, 3 ग्राहकों और सेंटर मालिक राजबीर सिंह को गिरफ्तार किया है। जांच में खुलासा हुआ कि सोशल मीडिया के जरिए ग्राहकों को लुभाने और ब्लैकमेलिंग का धंधा भी यहां चल रहा था।
पुलिस ने कार्रवाई से पहले पीवीएस मॉल के सामने एक स्पा सेंटर पर भी छापा मारा, जहां बुद्ध की तस्वीर के साथ-साथ लड़कियों की फोटो भी मिलीं। जांच में पता चला कि सोशल मीडिया के जरिए ग्राहकों को लड़कियों की तस्वीरें भेजी जाती थीं और उनकी पसंद के आधार पर बुकिंग की जाती थी। यह रैकेट संगठित तरीके से चल रहा था, जिसमें ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस रैकेट का एक और खतरनाक पहलू ब्लैकमेलिंग था। गैंग पहले ऑनलाइन डिमांड पर लड़कियों को भेजता था और फिर गुप्त कैमरों से ग्राहकों के निजी पलों को रिकॉर्ड कर लेता था। बाद में इन रिकॉर्डिंग्स का इस्तेमाल कर ग्राहकों से मोटी रकम वसूली जाती थी। कुछ पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत की, जबकि कई लोग सामाजिक बदनामी के डर से गैंग की मांगें पूरी करते रहे।
यह कार्रवाई मेरठ में देह व्यापार के खिलाफ पुलिस की लगातार दूसरी बड़ी कार्रवाई है। दो दिन पहले, गुरुवार की रात, पुलिस ने कबाड़ी बाजार में बंद हो चुके कोठों पर छापा मारकर जिस्मफरोशी का धंधा पकड़ा था। ये कोठे 2019 में हाई कोर्ट के आदेश पर बंद किए गए थे, लेकिन मुजरे की अनुमति के बाद इन्हें फिर से शुरू कर देह व्यापार का कार्य शुरू कर दिया गया था। दिल्ली की एक एनजीओ की शिकायत पर वह कार्रवाई की गई थी।
सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने बताया कि नई सड़क पर कंप्यूटर सेंटर से 9 युवतियां, 3 ग्राहक और सेंटर मालिक राजबीर सिंह को गिरफ्तार किया गया है। सभी से पूछताछ जारी है और पूरे नेटवर्क की छानबीन शुरू कर दी गई है। पुलिस ने शहर के अन्य स्पा सेंटर, ब्यूटी पार्लर और संदिग्ध ठिकानों पर निगरानी तेज कर दी है ताकि इस तरह की अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।
यह घटना मेरठ में कंप्यूटर ट्रेनिंग और जॉब सेंटर जैसे स्थानों की आड़ में चल रहे अवैध धंधों पर गंभीर सवाल उठाती है। सोशल मीडिया और ब्लैकमेलिंग के जरिए संगठित अपराध का यह नया रूप समाज और प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस रैकेट के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा।