मुजफ्फरनगर में जाट महासभा के दो गुटों में टकराव, DM ऑफिस में सौंपे ज्ञापन

मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर की जनपद जाट महासभा में लंबे समय से चल रहा विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। संगठन के दो प्रमुख गुटों—धर्मवीर बालियान और जगदीश बालियान—के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। दोनों गुटों ने जिला अधिकारी (DM) कार्यालय पहुंचकर एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए और ज्ञापन सौंपे। यह विवाद आगामी छात्र सम्मान समारोह और संगठन के चुनाव को लेकर और गहरा गया है।
छात्र सम्मान समारोह को लेकर विवाद
जगदीश बालियान गुट ने रविवार को समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के लिए एक समारोह आयोजित करने की घोषणा की है। इस कार्यक्रम के लिए उन्होंने DM कार्यालय में अनुमति के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा। जगदीश बालियान ने कहा कि उनकी कार्यकारिणी भले ही कालातीत हो चुकी हो, लेकिन जनपद जाट महासभा कालातीत नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि पिछले 26 वर्षों से संगठन द्वारा मेधावी छात्रों को सम्मानित करने की परंपरा रही है, और इस बार भी वे इसे जारी रखना चाहते हैं।
वहीं, धर्मवीर बालियान गुट ने इस कार्यक्रम का विरोध करते हुए DM से इसे रोकने की मांग की है। धर्मवीर बालियान ने दावा किया कि संगठन का चुनाव विधिवत नहीं हुआ है और जगदीश बालियान गुट संगठन पर कब्जा बनाए रखना चाहता है। उन्होंने कहा कि चुनाव रजिस्ट्रार की देखरेख में होना चाहिए ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
एक-दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप
दोनों गुटों ने DM कार्यालय में एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। जगदीश बालियान गुट ने धर्मवीर बालियान पर दो विदेश यात्राओं और सिसौली में हुए एक कार्यक्रम के लिए 50 लाख रुपये लेने का आरोप लगाया। दूसरी ओर, धर्मवीर बालियान ने जगदीश बालियान पर संगठन पर कब्जा करने और उगाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जगदीश गुट संगठन के संसाधनों का दुरुपयोग कर रहा है और समाज के हित में काम नहीं कर रहा।
जगदीश बालियान ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी कमेटी ने कभी एक रुपये की उगाही नहीं की और कार्यक्रम केवल कमेटी के सदस्यों के सहयोग से आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने धर्मवीर बालियान पर समय से पहले खुद को अध्यक्ष घोषित करने और जिले के संसाधनों का दुरुपयोग करने का पलटवार किया।
2022 से चला आ रहा विवाद
यह विवाद 2022 के संगठन चुनाव से शुरू हुआ, जब डिप्टी रजिस्ट्रार ने जाट महासभा की कार्यकारिणी को कालातीत घोषित कर दिया था। इसके बाद से दोनों गुटों के बीच खींचतान जारी है। धर्मवीर बालियान को बाद में जिला अध्यक्ष घोषित किया गया था, लेकिन जगदीश बालियान गुट ने इसे मानने से इनकार कर दिया।
दोनों पक्षों की मौजूदगी
DM कार्यालय में ज्ञापन सौंपने के दौरान धर्मवीर बालियान गुट के साथ राहुल पंवार सहित चार लोग मौजूद थे। वहीं, जगदीश बालियान गुट में चेयरमैन देवेंद्र, युद्धवीर सिंह, यशपाल सिंह, ग्राम बेहडा थ्रू से डायरेक्टर धीरसिंह राठी और डॉ. महताब सिंह सहित 10-15 लोग शामिल थे।
संगठन के भविष्य पर सवाल
जनपद जाट महासभा मुजफ्फरनगर जिले की एक प्रमुख सामाजिक संस्था है, जो सामाजिक और शैक्षिक कार्यों के लिए जानी जाती है। हालांकि, इस तरह के आंतरिक विवाद संगठन की विश्वसनीयता और भविष्य पर सवाल उठा रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच सहमति की कमी और लगातार टकराव से समाज के हित प्रभावित हो सकते हैं।
पुलिस और प्रशासन ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। अब देखना होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और इसका संगठन के कार्यों पर क्या प्रभाव पड़ता है।