पंजाब यूनिवर्सिटी में सीनेट चुनाव की मांग: छात्रों का धरना जारी, विश्वविद्यालय में दो दिन का अवकाश
चंडीगढ़। पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) में सीनेट चुनाव की तारीख घोषित करने की मांग को लेकर छात्र संगठनों का धरना रविवार रातभर जारी रहा। सोमवार सुबह विद्यार्थी हंगामा कर रहे हैं, जिसके कारण विश्वविद्यालय में दो दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया है। एसएसपी कंवरप्रीत कौर स्वयं मौके पर मौजूद हैं। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने कई युवाओं को हिरासत में लिया, लेकिन प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा।
चंडीगढ़ में विद्यार्थी संगठनों के प्रदर्शन के कारण मोहाली तथा पंचकूला से चंडीगढ़ में आने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सोमवार को कई घंटे तक ट्राईसिटी जाम रहा। पंजाब विश्वविद्यालय में कुल 91 सीनेट मेंबर चुने जाने हैं।
केंद्र सरकार ने बीती 28 अक्टूबर को 59 साल पुरानी सीनेट और सिंडिकेट को भंग करने का नोटिफिकेशन जारी किया था। इसे लेकर पंजाब के राजनीतिक दल सक्रिय हो गए। सभी ने एकजुट होकर केंद्र सरकार के इस नोटिफिकेशन को रद्द करने के लिए हर तरह का संघर्ष करने का ऐलान किया।
विरोध बढऩे पर चार दिन पहले केंद्र सरकार ने पंजाब यूनिवर्सिटी के सीनेट और सिंडिकेट भंग करने के फैसले को वापस लेते हुए नया नोटिफिकेशन जारी किया। इसमें सरकार ने अपने फैसले को रद्द नहीं, बल्कि स्थगित किया था।
केंद्र सरकार की ओर से फैसला वापस लेने के बावजूद छात्रों का विरोध जारी है। विद्यार्थियों के अनुसार जब तक सीनेट के सभी 91 सदस्यों की तारीख का ऐलान नहीं होगा, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) की कुलपति प्रोफेसर रेणु विग ने छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए कहा कि शिक्षा मंत्रालय की 7 नवंबर की अधिसूचना के अनुसार सीनेट चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मगर, स्टूडेंट नेता ने कहा कि हम पहले ही कह चुके हैं कि हमारा प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक सीनेट चुनाव की तारीख नहीं दी जाती है।
सोमवार सुबह विश्वविद्यालय की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस तैनात करके रास्तों को सील कर दिया गया। जिससे विद्यार्थी भड़क गए और वह एक नंबर गेट खोलकर विश्वविद्यालय में घुस गए। जिसे लेकर पुलिस तथा विद्यार्थियों के बीच काफी देर तक धक्का-मुक्की चलती रही। चंडीगढ़ की सडक़ों पर पुलिस ने गश्त तेज कर दी है। एसएसपी कंवरदीप कौर के अनुसार पूरे शहर में 12 जगह नाकाबंदी की गई है। यूनिवर्सिटी में सिर्फ उन्हीं को जाने की इजाजत है, जिनका कोई काम है। उसके लिए भी उनकी आईडी देखी जा रही है।
