सूरत सेक्स रैकेट: नेपाली नहीं, थाईलैंड से आईं 13 लड़कियां, होटल में चल रहा था जिस्मफरोशी का भंडार,9 गिरफ्तार

सूरत। गुजरात की सूरत पुलिस ने देह व्यापार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए जहांगीरपुरा के एक होटल में छापा मारा और एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस छापे में पुलिस ने 13 थाई महिलाओं को बचाया और किया। यह कार्रवाई सूरत पुलिस और मानव तस्करी निरोधक इकाई (AHTU) ने संयुक्त रूप से की। पुलिस को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी, जिसके आधार पर यह ऑपरेशन अंजाम दिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में ग्राहक और होटल के कर्मचारी शामिल हैं, जो व्हाट्सएप के जरिए संपर्क स्थापित करते थे। मामले की जांच अभी जारी है।
हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। शनिवार रात पुलिस होटल पहुंची और चौथी मंजिल पर स्थित होटल का दरवाजा अंदर से बंद पाया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर घुसकर सभी आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
व्हाट्सएप से संचालित था रैकेट
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने व्हाट्सएप का इस्तेमाल करके ग्राहक से संपर्क किया। ग्राहक से 3,500 से 5,000 रुपये तक चार्ज लिए जाते थे, जबकि थाईलैंड से आई महिलाओं को मात्र 1,500 रुपये मिलते थे। पुलिस ने यह भी बताया कि नेपाल की बजाय थाईलैंड से 13 लड़कियों को लाया गया था, जिनसे देह व्यापार करवाया जा रहा था।
गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार लोगों में होटल मैनेजर रूपेश मिश्रा उर्फ मैक्सी, बिपिन बाबरिया उर्फ बंटी, हाउसकीपिंग स्टाफ संजय हिंगड़े और राहुल सोलंकी, साथ ही पांच ग्राहक शामिल हैं।
मास्टरमाइंड कौन?
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस रैकेट का मास्टरमाइंड विजय कस्तूरे है, जो एक वांछित आरोपी है और छह महीने पहले इसी होटल से पकड़ा गया था। कस्तूरे थाई महिलाओं की तस्वीरें ग्राहकों को भेजता था। उसके सहायक मिश्रा और बाबरिया ने स्वीकार किया कि ग्राहक कस्तूरे की अनुमति के बिना होटल में नहीं आते थे।
डिजिटल भुगतान का सुराग
पुलिस ने आरोपी योगेश तालेकर के बैंक खाते से जुड़े एक क्यूआर कोड भी बरामद किया, जिसका ग्राहक कथित तौर पर डिजिटल भुगतान के लिए इस्तेमाल करते थे। इस छापे में आठ मोबाइल फोन, नकदी, कंडोम और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी ज़ब्त की गई।
सभी आरोपियों पर अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और जहांगीरपुरा पुलिस मामले की जांच जारी रखे हुए है।