उत्तराखंड पुलिस का साइबर अपराधियों पर कड़ा प्रहार: 47.02 करोड़ रुपये पीड़ितों को वापस, देश में शीर्ष 6 में स्थान

Uttarakhand News: उत्तराखंड पुलिस साइबर अपराधों की रोकथाम और पीड़ितों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार सक्रिय है। राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRB) के माध्यम से अब तक 47.02 करोड़ रुपये की रिकवरी कर उत्तराखंड पुलिस ने देश में छठा स्थान प्राप्त किया है। पुलिस ने अंतरराज्यीय एजेंसियों के साथ मिलकर अपराधियों के नेटवर्क पर सख्त कार्रवाई की और जागरूकता अभियान भी चलाया।
साइबर अपराधियों की धरपकड़ और अंतरराज्यीय नेटवर्क का पर्दाफाश
अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई और न्याय दिलाने का काम
उत्तराखंड पुलिस ने औसतन 87 प्रतिशत आरोपितों को चार्जशीट किया, जो राष्ट्रीय औसत 33.9 प्रतिशत से कहीं अधिक है। दोषसिद्धि दर 64.7 प्रतिशत रही, जो राष्ट्रीय औसत 27.2 प्रतिशत से दोगुनी से अधिक है। इसके साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों में 500 से अधिक आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।
अंतरराष्ट्रीय काल सेंटर और विदेशी एप नेटवर्क का भंडाफोड़
उत्तराखंड पुलिस ने आपरेशन प्रहार और आपरेशन हेली के तहत अंतरराष्ट्रीय काल सेंटर और चीनी एप नेटवर्क का भंडाफोड़ किया। 2022 में औरंगाबाद (महाराष्ट्र) में एक अंतरराष्ट्रीय काल सेंटर पकड़ा गया और सिम बॉक्स बरामद किए गए। इसके अलावा पूरे भारत में 65 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हुई, 150 से अधिक वेबसाइट, वाट्सएप नंबर और बैंक खाते ब्लॉक किए गए, और सैकड़ों फेसबुक व इंस्टाग्राम विज्ञापन निष्क्रिय किए गए।
साइबर जागरूकता अभियान और भविष्य की रणनीति
उत्तराखंड पुलिस साइबर अपराध के खिलाफ निरंतर निगरानी रख रही है और काल सेंटर जैसी गतिविधियों की चेकिंग की जाएगी। अक्टूबर में पूरे राज्य में साइबर अपराध जनजागरूकता महीने के रूप में मनाया जाएगा, जिससे लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जा सके।