लखनऊ: महर्षि वाल्मीकि जयंती पर मंत्री नरेंद्र कश्यप ने दी श्रद्धांजलि, 'उनके आदर्श आज भी समाज के पथप्रदर्शक'

लखनऊ। मंगलवार को परिवर्तन स्थल पर महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप ने महर्षि वाल्मीकि जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मंत्री नरेंद्र कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने जीवन के प्रत्येक संघर्ष को साधना में बदल दिया। उन्होंने बताया कि वाल्मीकि जी ने समाज को यह संदेश दिया कि व्यक्ति अपने कर्म और आत्मविश्वास से किसी भी स्थिति को बदल सकता है।
उन्होंने महर्षि वाल्मीकि को रामायण के रचयिता, न्याय, करुणा और समानता का प्रतीक बताते हुए कहा कि उनकी शिक्षाएं आज भी समाज को सही दिशा प्रदान करती हैं। मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि परिवर्तन का मार्ग आत्मज्ञान और सत्य के प्रति समर्पण से होकर गुजरता है और हमें उनके आदर्शों पर चलकर समाज में समरसता और सद्भाव स्थापित करना चाहिए।
मंत्री नरेंद्र कश्यप ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने यह सिखाया कि कोई भी व्यक्ति अपने कर्मों से महान बन सकता है। उन्होंने अंधकार से प्रकाश की ओर यात्रा कर समूचे विश्व के लिए आदर्श प्रस्तुत किया। वाल्मीकि जी ने रामायण के माध्यम से धर्म, मर्यादा और कर्तव्य का संदेश दिया जो आज भी मानवता का आधार है।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार भगवान महर्षि वाल्मीकि जी के आदर्शों को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों ही नेता वाल्मीकि जी के जीवन मूल्यों — परिश्रम, समानता और आत्मसंस्कार — को जन-जन की प्रेरणा बनाना चाहते हैं।