बागपत में तांत्रिक क्रिया का खौफ: चिता से गायब हो रहीं अस्थियां, ग्रामीण दहशत में कर रहे पहरा

बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के एक गांव में श्मशान घाट पर हो रही अजीबोगरीब घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां जल चुकी चिता से अस्थियां गायब हो रही हैं। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि अस्थियों के गायब होने के बाद चिता के पास दो उपले और एक जला हुआ दीया पड़ा मिलता है।
ग्रामीणों ने बताया कि बीते शुक्रवार को सुबह दस बजे मृतक जितेंद्र (47) पुत्र धर्मवीर की चिता जलाई गई थी। रात करीब दस बजे जब परिजन चिता देखने श्मशान घाट पहुंचे, तो नजारा देखकर हैरान रह गए। चिता अस्त-व्यस्त थी और अस्थियां गायब थीं। चिता के पास दो उपले और एक जला हुआ दीया पड़ा मिला।
परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना गांव में दी, जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और रातभर श्मशान घाट पर पहरा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी तीन महीने के भीतर दो बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जब एक महिला और एक युवक की अस्थियां गायब हो गईं थीं।
गांव के लोगों का कहना है कि यह सिलसिला पिछले आठ महीनों से जारी है। किसी को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर कौन जलती चिता से अस्थियां निकाल कर ले जा रहा है।
कोई इसे तांत्रिक क्रिया के लिए किसी की हरकत बता रहा है। कुछ ग्रामीण इसे भूत-प्रेत का साया बताकर दहशत में हैं।
ग्रामीणों ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि अंतिम संस्कार के तीन दिन बाद जब वे अस्थियां लेने जाते हैं, तो चिता में अस्थियां नहीं मिलतीं। इस घटना से वे अपने दिवंगत लोगों की अस्थियां विसर्जित भी नहीं कर पा रहे हैं।
यह घटना पूरे गांव के लिए मानसिक तनाव का कारण बनी हुई है, जिसके चलते लोग अब रात में अस्थियों की खुद रखवाली करने को मजबूर हैं।