गोहत्या पर यूपी पुलिस का बड़ा प्रहार: 6 महीने में 30 गो-तस्कर मुठभेड़ में धराए, अब संपत्ति जब्त करने की तैयारी तेज

Moradabad News: मुरादाबाद मंडल में गोहत्या और गो-तस्करी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने विशेष अभियान चलाया है। इस साल अब तक मंडल में कुल 43 गोहत्या के मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें 248 आरोपितों पर कार्रवाई की गई है। पुलिस का कहना है कि सख्त रवैये के चलते घटनाओं में गिरावट आई है, हालांकि अभी पूरी तरह रोक नहीं लग पाई है।
मुरादाबाद पुलिस की सबसे बड़ी कार्रवाई: 30 तस्कर मुठभेड़ में पकड़े गए
पूरे मंडल में 58 आरोपित मुठभेड़ में गिरफ्तार
मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर, अमरोहा और संभल जिलों में पुलिस ने कुल 58 गो-तस्करों को मुठभेड़ के बाद पकड़ा है। यह सभी संगठित अपराध में शामिल पाए गए हैं। इनमें से कई के खिलाफ पहले भी आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस अब इन नेटवर्कों को जड़ से खत्म करने की दिशा में काम कर रही है।
पुलिस अब संपत्ति जब्ती पर कर रही फोकस
गो-तस्करों को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस ने अब उनकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई भी तेज कर दी है। अब तक ₹16,38,753 मूल्य की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
मुरादाबाद पुलिस: ₹14,60,336
रामपुर पुलिस: ₹1,05,417
संभल पुलिस: ₹73,000
मुरादाबाद पुलिस सबसे आगे, 45 मुठभेड़ में 102 गिरफ्तारियां
मुरादाबाद पुलिस ने इस साल अब तक 45 मुठभेड़ की हैं, जिनमें 102 आरोपित गिरफ्तार हुए हैं और 65 को गोली लगी है। बिजनौर में 46 मुठभेड़ कर 112 आरोपितों को पकड़ा गया, वहीं 57 घायल हुए।
रामपुर में 21 मुठभेड़ों में 42 गिरफ्तारी हुईं, जबकि अमरोहा और संभल में क्रमशः 3 और 8 मुठभेड़ दर्ज की गईं।
गैंगस्टर एक्ट और एनएसए के तहत हो रही कार्रवाई
डीआईजी मुनिराज जी के निर्देश पर मंडल भर की पुलिस गो-तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई कर रही है। गोहत्या या गो-तस्करी में शामिल व्यक्तियों पर अब गैंगस्टर एक्ट, एनएसए और संपत्ति जब्ती कानून के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे उसका नेटवर्क कितना ही बड़ा क्यों न हो।
सख्ती से बना मुरादाबाद मॉडल पूरे प्रदेश में मिसाल
मुरादाबाद पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने पूरे प्रदेश के लिए एक उदाहरण पेश किया है। इस मॉडल को अब दूसरे जिलों में भी लागू करने की योजना है। पुलिस ने साफ किया है कि गोहत्या करने वालों को अब केवल गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, बल्कि उनकी आर्थिक रीढ़ भी तोड़ी जाएगी।