पिप्पली : औषधीय गुणों का भंडार, जो कर दे हर रोग की छुट्टी



पिप्पली शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है, जिससे व्यक्ति बार-बार बीमारियों से बचा रहता है। यह रसायन के रूप में शरीर को धीरे-धीरे मजबूत करती है। इसके नियमित सेवन से व्यक्ति का इम्युनिटी सिस्टम भी दुरुस्त रहता है। पुरुषों के लिए पिप्पली को बलवर्धक और वीर्यवर्धक माना गया है। इसके संयोजन से यौन दुर्बलता, थकान और वीर्य की कमी में सुधार होता है। इसके अलावा, पिप्पली का सेवन बुखार में भी सहायक है, क्योंकि यह शरीर से पसीना निकालकर तापमान को नियंत्रित करता है।
पिप्पली के उपयोग को एक आयुर्वेदिक टॉनिक के रूप में भी किया जाता है, जिसे 40-50 दिनों तक नियमित रूप से सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके अंदर पाया जाने वाला पाइपरीन तत्व शरीर में औषधियों के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे इसके चिकित्सकीय गुणों का प्रभाव अधिक होता है। इसके अलावा, पिप्पली में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और हिपैटोप्रोटेक्टिव (लिवर-संरक्षक) गुण होते हैं, जो शरीर के विभिन्न अंगों को स्वस्थ रखते हैं।