सेहत की खबरें

पूनम दिनकर
बड़ी आंत के कैंसर की संभावना को बढ़ाती है चीनी
अमेरिका के स्वास्थ्य विशेषज्ञों को हाल ही में हुए शोध से यह पता चला है कि जो व्यक्ति अधिक मात्रा में चीनी का सेवन
करते हैं, उन्हें बड़ी आंत का कैंसर ही नहीं बल्कि कई अन्य जटिल रोग भी हो सकते हैं। इस कारण चीनी के सेवन पर
नियंत्राण बहुत ही आवश्यक है। विशेषज्ञों के अनुसार चीनी के अधिक सेवन से बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी मिलती है।
वैज्ञानिकों का कथन है कि चीनी के अधिक सेवन से पुरूष-स्त्राी की सेक्सगत क्षमताओं पर भी काफी कुप्रभाव पड़ता है,
इसलिए चीनी के विकल्प के रूप में गुड़ का प्रयोग उचित है।
गर्भवती महिलाओं से प्रेम करते हैं मच्छर
डरहम एवं एबरडीन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने अफ्रीकी देश जांबिया की महिलाओं पर एक शोध के फलस्वरूप पाया है
कि मच्छर गर्भवती महिलाओं के रक्त को अधिक पसंद करते हैं। इस शोध में सामान्य और गर्भवती दोनों प्रकार की
महिलाओं को मच्छरदानी लेकर सोने को कहा गया और सुबह उनके आस-पास मच्छरों को एकत्रा किया गया तो पाया गया
कि गर्भवती महिलाओं के शयनस्थल से सामान्य महिलाओं की अपेक्षा तिगुनी संख्या में मच्छर मिले।
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि इसका कारण महिलाओं में सामान्य महिलाओं की अपेक्षा गर्भवती महिलाओं में अधिक
आक्सीजन की आवश्यकता का होना है। गर्भवती महिलाओं को आक्सीजन की अधिक आवश्यकता होती है जिस कारण
गर्भवती महिलाओं में रक्त का प्रवाह तेज हो जाता है तथा उनके रक्त में शायद मिठास भी बढ़ जाती है। इससे मच्छर
उनकी ओर अधिक आकर्षित होते हैं।
हानिकारक होती हैं खुशबूदार मोमबत्तियां
वैज्ञानिकों ने एक शोध अध्ययन में पाया है कि खुशबूदार मोमबत्तियां स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त हानिकारक होती हैं। इनमें
प्रयोग की जाने वाली चमकीली बत्तियां लेड या लेड मिश्रित पदार्थों से बनी होती हैं जो जलने के बाद काफी देर तक
वातावरण में मौजूद रहती हैं। अमेरिकन लंग एसोसिएशन से संबंधित चिकित्सकों के अनुसार लेड मिश्रित कण तंत्रिका-तंत्रा,
हृदय परिभ्रमण तथा सेक्सुअल तंत्रिकाओं को काफी प्रभावित करते हैं जिससे अनेक रोगों की उत्पत्ति होती है।
अनेक रोगों से बचाता है मातृत्व
गर्भ धारण करके मातृत्व का सुख प्राप्त करना प्रत्येक विवाहिता का परम कर्तव्य होता है, साथ ही वह गौरवान्वित होकर
एक सुखद अनुभूति को महसूस करती है। पेनसिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ हेल्थ के विशेषज्ञ डेनी वेल्च के
अनुसार अगर महिला पैंतीस वर्ष की आयु से पूर्व मां बन जाती है तो वह स्तन-कैंसर से लगभग सुरक्षित रहती है।
डॉ. वेल्च के अनुसार एक बच्चे की मां बनने वाली महिला को ओवरी कैंसर होने की संभावना 15 प्रतिशत तक कम तथा
दो बच्चों की मां को चालीस प्रतिशत तक कम हो जाती है। मातृत्व वाली महिलाओं में गर्भाशय एवं मासिक की तकलीफें
भी निःसंतान महिलाओं की अपेक्षा प्रायः कम ही हुआ करती हैं।
डिप्रेशन को दूर करता है नियमित व्यायाम
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के विशेषज्ञ आइमीन ली के अनुसार अगर आप नियमित व्यायाम करते हैं तो आपको डिप्रेशन होने
की संभावना बहुत कम होती है। एक शोध में कुछ महिलाओं व पुरूषों पर व्यायाम के पड़ने वाले प्रभाव के विषय में आठ
सालों तक अध्ययन करने के बाद ली ने पाया कि जिन्होंने नियमित व्यायाम किया, उनमें डिप्रेशन की समस्या बहुत ही
कम पाई गई। ली के अनुसार नियमित व्यायाम करने से व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। इसके विपरीत
नियमित व्यायाम न करने वाली महिलाओं व पुरूषों में डिप्रेशन की समस्या अधिक पाई जाती है तथा उनकी सेक्सुअल
ग्रंथियां भी कमज़ोर हो जाती हैं।
कांटेक्ट लेंस का प्रयोग सावधानी से करें
‘द जर्मन फेडरल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिसिन एवं मेडिकल प्रोडक्ट्स’ के विशेषज्ञों के अनुसार आंखों की सुरक्षा के लिए कांटेक्ट
लेंसों का प्रयोग बहुत ही सावधानीपूर्वक किया जाना आवश्यक होता है ख़ास करके जब रिमूवेबल लेंस लगाया जा रहा हो।
जर्मन विशेषज्ञों के अनुसार इन लेंसों की सफाई बहुत ही आवश्यक होती है। अगर इन्हें ढंग से साफ न किया जाए तो
कार्निया में सूजन तक हो सकती है। लेंस डालते समय एवं उतारते समय हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए।
मस्तिष्क की कार्यशैली को बढ़ाता है विटामिन ‘सी’
कैलिफोर्निया में हुए एक शोध के अनुसार विटामिन ‘सी’ का मस्तिष्क से गहरा संबंध होता है। इस शोध 65-94 वर्ष की
आयु वाले 442 व्यक्तियों पर किये गये परीक्षणों में पाया गया कि विटामिन ‘सी’ की अधिक मात्रा मस्तिष्क की कार्य
शक्ति को बढ़ाती है। यह विटामिन एन्टीआक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है तथा कैंसर की संभावनाओं को भी इससे कम
किया जा सकता है।
सीढि़यां चढ़ने से बढ़ता है अच्छा कोलेस्ट्रॉल
नवीनतम शोधों से यह सामने आया है कि दिन में अगर दो-तीन बार सीढि़यों पर चढ़ना-उतरना होता रहे तो शरीर में
अच्छे कोलेस्ट्रॉल एच.डी.एल. की मात्रा बढ़ती है तथा खराब कोलेस्ट्रॉल एल.डी.एल. की मात्रा में कमी आती है। इससे हृदय
गति सामान्य रहती है और हृदय रोगों के होने की संभावना कम होती है। इससे चुस्त-दुरूस्त रहने में भी सहायता मिलती
है।
प्रसव के दर्द को कम करता है संगीत
एबरडीन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक शोध के बाद निष्कर्ष निकाला है कि संगीत न केवल मन को आनंद प्रदान
करता है बल्कि गर्भवती स्त्री को प्रसव के समय उठ रहे दर्द को भी कम करने में सहायक होता है। शोधकर्ताओं के अनुसार
संगीत द्वारा तनाव के रोगियों तथा ब्लडप्रेशर के मरीजों पर भी लाभकारी प्रभाव डाला जा सकता है। (स्वास्थ्य दर्पण)
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