चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट को कहा अलविदा, भारतीय टेस्ट टीम की‘दीवार’ थे पुजारा
नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने सभी प्रारूपों से क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। गुजरात के राजकोट से निकले इस शांत स्वभाव वाले बल्लेबाज़ ने एक दशक से ज़्यादा समय तक भारतीय टीम को अपनी स्थिरता और संघर्षशील खेल से मजबूती दी। ममता शर्मा समेत 9 […]
नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने सभी प्रारूपों से क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। गुजरात के राजकोट से निकले इस शांत स्वभाव वाले बल्लेबाज़ ने एक दशक से ज़्यादा समय तक भारतीय टीम को अपनी स्थिरता और संघर्षशील खेल से मजबूती दी।
पुजारा ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा – “भारत के लिए इतने सालों तक खेलना मेरे लिए गर्व की बात है। इस सफ़र में कई लोगों का योगदान रहा, जिनकी वजह से मैं यहां तक पहुंच सका।”
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पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अंपायर अनिल चौधरी ने भी कहा – “वह सिर्फ़ एक बेहतरीन बल्लेबाज़ ही नहीं, बल्कि इंसान भी बहुत अच्छे हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनका योगदान अविस्मरणीय है। मुझे हमेशा लगता रहा कि पुजारा और रहाणे जैसे खिलाड़ी अनकहे नायक रहे हैं। लेकिन पुजारा ने जितने टेस्ट मैच खेले, वह अपने आप में उनकी महानता का सबूत है।”
दरअसल, पुजारा का करियर भारतीय क्रिकेट के उस दौर का जीता-जागता उदाहरण है, जब धैर्य, तकनीक और टीम के लिए समर्पण सबसे ऊपर होता था। उनका क्रिकेट भले ही शांत दिखाई देता था, लेकिन उनके बल्ले से निकली हर पारी ने करोड़ों भारतीयों का दिल जीता।
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