दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे, राहत शिविरों में पानी और भोजन की व्यवस्था जारी

नई दिल्ली। यमुना का जलस्तर रविवार रात 10 बजे खतरे के निशान 205.33 मीटर से केवल 0.01 मीटर कम होकर 205.32 पर पहुंचा। यमुना अब भी चेतावनी स्तर 204.50 से ऊपर बह रही है, जिससे नई दिल्ली के किनारे बसे इलाकों में जलभराव जारी है।
प्रशासन ने यमुना किनारे बसे लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया है। नई दिल्ली सरकार ने राहत शिविरों में पानी, भोजन और अन्य जरूरी इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं। दिल्ली नगर निगम शिविरों में सफाई और स्वास्थ्य उपायों में जुटा हुआ है।
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने राहत शिविरों में सुविधाओं के अभाव और नई दिल्ली में जलभराव के मुद्दे पर दिल्ली सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि बारिश के समय पूरी नई दिल्ली जलमग्न हो जाती है और बनाए गए राहत शिविर बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं।
वहीं, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने नई दिल्ली के लगभग 50 गांवों की कृषि भूमि बाढ़ में डूबने और किसानों के नुकसान को देखते हुए प्रति एकड़ 1,00,000 रुपये मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसानों के घर-परिवार की आजीविका पूरी तरह कृषि पर निर्भर है और बाढ़ के कारण गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ है।
देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि यमुना में हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी और लगातार बारिश के कारण नई दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ ने किसानों की फसल और आजीविका को भारी नुकसान पहुंचाया।
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