मुजफ्फरनगर: आयुर्वेदिक कॉलेज के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने वेतन न मिलने पर किया प्रदर्शन
कर्मचारियों ने बताया कि कॉलेज में 46 कर्मचारी आउटसोर्सिंग के माध्यम से चपरासी और म्यूजियम कीपर के पदों पर काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें बाबू और फार्मासिस्ट के कार्य भी सौंपे जा रहे हैं। इसके बावजूद वेतन लगातार 5-6 महीने की देरी से दिया जाता है। कर्मचारियों का कहना है कि वेतन न मिलने के कारण उनकी पारिवारिक स्थिति प्रभावित हुई है, बच्चों की स्कूल फीस और खाने-पीने के खर्चे भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं।
कर्मचारी संदीप कुमार ने कहा कि तीन साल से वे कॉलेज में कार्यरत हैं और लगभग हर महीने उनकी सैलरी समय पर नहीं आती। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उन्हें ₹9500 मासिक वेतन मिलता है। उनके अनुसार, कभी-कभी वेतन 3, 4 या 5 महीने की देरी से मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि कॉलेज की प्रधानाचार्य से शिकायत करने पर उन्हें लगातार आश्वासन दिया जाता है कि वेतन जल्द आएगा, लेकिन समय पर भुगतान नहीं होता।
कर्मचारियों ने प्रशासन से मांग की है कि उनका वेतन समय पर दिया जाए और उन्हें केवल अपने पद के अनुसार ही कार्य सौंपा जाए, ताकि उनके परिवारों को आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े।
