शामली: घना कोहरा और कड़ाके की ठंड से जनजीवन प्रभावित, यातायात और स्कूल भी प्रभावित
शामली। जिले में इन दिनों घना कोहरा और शीतलहर जनजीवन पर भारी पड़ रही है। बीते चार दिनों से कोहरे की चादर ने पूरे जिले को अपनी गिरफ्त में ले रखा है। इसके साथ ही शीतलहर के चलते तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे आमजन का दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
शनिवार को मौसम का अधिकतम तापमान 17 डिग्री सैल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया। अब दिन दिनों कडाके की ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले दो दिनों से धूप न निकलने से लोगों को ठंड ने खासा परेशान कर दिया है। गर्म कपडों में लोगों के शरीर के कंपकंपी बंधी रही। सुबह और देर रात को कोहरे का असर सबसे अधिक देखने को मिल रहा है। दृश्यता बेहद कम होने के कारण सड़कों पर वाहन रेंग-रेंगकर चलने को मजबूर हैं। राष्ट्रीय व राज्य मार्गों पर कई स्थानों पर वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं। कोहरे की वजह से रेल यातायात भी प्रभावित हो रहा है, कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ठंड का असर इतना अधिक है कि लोग आवश्यक कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। बाजारों में भी दिनभर सन्नाटा पसरा रहता है। शाम ढलते ही सड़कों पर आवाजाही और कम हो जाती है।
खासकर रात के समय बिना रिफलेक्टर लगे वाहनों के कारण दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। ऐसे वाहन सड़क पर चलते हुए अन्य चालकों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। यातायात पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। पुलिसकर्मी विशेष रूप से गन्ने से भरे वाहनों पर रिफलेक्टर लगवा रहे हैं, ताकि कोहरे में उनकी पहचान हो सके और हादसों से बचा जा सके। इसके साथ ही वाहन चालकों को धीमी गति से वाहन चलाने और फॉग लाइट का प्रयोग करने की सलाह दी जा रही है।स्कूल जाने वाले बच्चे भी इस मौसम से खासे परेशान हैं। सुबह के समय कड़ाके की ठंड और घने कोहरे में बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है। अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है और वे प्रशासन से स्कूलों के समय में बदलाव अथवा अवकाश की मांग कर रहे हैं।
