आकाश चोपड़ा का फटकार भरा बयान – “संजू सैमसन के साथ हो रहा है बड़ा अन्याय”, टीम इंडिया की चयन नीति पर उठे सवाल
भारतीय क्रिकेट में एक बार फिर चयन नीति को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पूर्व सलामी बल्लेबाज और मशहूर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने टीम इंडिया के प्रबंधन पर निशाना साधा है। उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के साथ हो रहे असंगत व्यवहार की खुलकर आलोचना की है। उनका कहना है कि सैमसन को बार-बार टीम से बाहर करना अब समझ से परे है।
अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम से बाहर
जितेश शर्मा को मिली प्राथमिकता
चोपड़ा के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सैमसन को सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला था, जबकि उनकी जगह जितेश शर्मा को टीम में तरजीह दी गई। जितेश ने होबार्ट में तेजतर्रार बल्लेबाजी कर सबका ध्यान खींचा, लेकिन सवाल यह है कि क्या उनके लिए वही निरंतरता दिखाई जाएगी जो सैमसन को नहीं मिली।
सैमसन का बल्लेबाजी क्रम बना उलझन
2024 टी20 वर्ल्ड कप के बाद से सैमसन भारत के तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने अभिषेक शर्मा के साथ सलामी जोड़ी के रूप में कई शानदार पारियां खेलीं। लेकिन शुभमन गिल के उप-कप्तान बनने के बाद सैमसन को मध्य क्रम में भेज दिया गया, और फिर धीरे-धीरे उन्हें प्लेइंग इलेवन से ही बाहर कर दिया गया।
एशिया कप और ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान सैमसन का बल्लेबाजी क्रम बार-बार बदलता रहा। कभी उन्हें नंबर तीन पर भेजा गया तो कभी पांचवें नंबर पर। कई मैचों में उन्हें बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिला। इस अस्थिरता ने उनके प्रदर्शन पर भी असर डाला।
“जितेश के साथ भी वही हाल ना हो” – चोपड़ा
आकाश चोपड़ा ने अपनी बात में आगे कहा कि अब देखना यह है कि जितेश शर्मा को टीम प्रबंधन कितना सपोर्ट करता है। अगर जितेश ने अच्छा खेल दिखाया है और टीम जीत रही है तो उन्हें निरंतर मौका मिलना चाहिए। लेकिन अगर वही हाल उनके साथ भी हुआ जो सैमसन के साथ हुआ, तो इसका कोई मतलब नहीं रह जाएगा। उन्होंने कहा कि इस वक्त भारतीय टीम की चयन नीति में कोई स्पष्ट दिशा नजर नहीं आती।
आकाश चोपड़ा के इस बयान के बाद क्रिकेट फैंस में भी चर्चा तेज हो गई है कि आखिर कब तक प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौके से वंचित किया जाएगा। सैमसन के फैंस लंबे समय से उनके निरंतर चयन की मांग कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि आने वाली सीरीज में प्रबंधन क्या फैसला लेता है और क्या सैमसन को फिर से अपनी जगह वापस मिलती है या नहीं
