मानवता शर्मसार! बिजनौर में 67 वर्षीय दरिंदे ने टॉफी का लालच देकर यूकेजी की मासूम छात्रा से किया दुष्कर्म; बच्ची की हालत नाजुक
Bijnor Crime: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक बेहद जघन्य घटना सामने आई है। जिले के नगीना क्षेत्र में एक 67 वर्षीय बुजुर्ग ने यूकेजी (UKG) में पढ़ने वाली आठ वर्षीय मासूम छात्रा से दुष्कर्म किया है। आरोपी ने बच्ची को बहला-फुसलाने और अपने पास बुलाने के लिए टॉफी-चॉकलेट के लिए 10 रुपये देने की चाल चली थी, जिससे बच्ची का उस पर भरोसा बन गया था। इसी भरोसे का नाजायज फायदा उठाते हुए, आरोपी ने उसे टॉफी दिलाने के बहाने अपने घर ले जाकर इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इस घटना ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है।
मासूम बेटी के हाथ में 10 रुपये का नोट देख मां के उड़ गए होश
दुष्कर्म, बंधक बनाने और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
पीड़ित बच्ची की मां की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने इस गंभीर मामले में तत्काल कार्रवाई की। नगीना पुलिस ने आरोपी शाहिद के खिलाफ दुष्कर्म (धारा 376), बंधक बनाने (धारा 342), और पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) की सुसंगत धाराओं के तहत केस दर्ज किया और उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया। सीओ नगीना डॉ. अंजनी कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि आरोपी शाहिद को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है और बताया जा रहा है कि उसे बोलने में भी दिक्कत हो रही है। बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि उनका प्रयास रहेगा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलाई जा सके।
बच्चों को 'गुड टच' और 'बैड टच' की जानकारी देना जरूरी
यह घटना समाज के सामने एक बार फिर यह कड़वी सच्चाई रखती है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए परिवार, स्कूल और समाज को सामूहिक रूप से अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अभिभावकों को अपने बच्चों को अजनबियों से दूर रहने और 'गुड टच' व 'बैड टच' के बारे में संवेदनशील तरीके से जानकारी देना अत्यंत आवश्यक है। इस तरह के जघन्य अपराधों को रोकने के लिए सामुदायिक निगरानी और त्वरित कानूनी कार्रवाई ही एकमात्र रास्ता है।
