सतगुरु नानक प्रगटिया मिटी धुंध जग चानन हुआ बिजनौर में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया गुरु नानक देव का प्रकाश पर्व
Bijnor News: बिजनौर जिले में श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। जिले भर के गुरुद्वारों में भजन-कीर्तन की गूंज रही और प्रभात फेरियां निकाली गईं। श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में पहुंचकर लंगर में प्रसाद ग्रहण किया और गुरु नानक देव के उपदेशों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
गुरुद्वारा सिंह सभा नई बस्ती में हुआ भव्य आयोजन
कीर्तन और लंगर से भक्त हुए निहाल
नगीना स्थित गुरुद्वारा संत सभा में कथा विचार, कीर्तन और लंगर का आयोजन किया गया। बाबा कृष्ण सिंह और रामधन सिंह ने भक्तों को गुरु नानक देव के उपदेशों से अवगत कराया। इस दौरान ज्ञानी कृष्ण सिंह, पूर्व विधायक सतीश गौतम, रोहित रवि, और तारा सिंह भी मौजूद रहे। श्रद्धालुओं ने पूरे भक्ति भाव से शबद-कीर्तन में भाग लिया।
ताजपुर और हल्दौर में प्रभात फेरियां और झांकियां निकलीं
राजा का ताजपुर में गुरुद्वारा साहिब ताजपुर से प्रभातफेरी निकाली गई। श्रद्धालुओं ने ‘जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल’ के जयघोष के साथ गुरु नानकदेव की झांकी के दर्शन किए। कमलजीत सिंह नूर, प्रभुजोत सिंह बादल और गुरमीत कौर ने शबद-कीर्तन किया। वहीं हल्दौर के गुरुद्वारा गुरु नानक बाग साहिब में रागी जत्थेदार हरपाल सिंह और ज्ञानी सतनाम सिंह ने संगत को गुरुवाणी से निहाल किया।
अफजलगढ़ और किरतपुर में भी हुआ भव्य आयोजन
अफजलगढ़ गुरुद्वारा श्री सिंह सभा में गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर अखंड साहिब का पाठ किया गया। उत्तराखंड से आए जत्थेदार वीरेंद्र सिंह ने शबद-कीर्तन प्रस्तुत किया। गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सतनाम सिंह, सेक्रेटरी राजविंदर सिंह और कुलविंदर सिंह मौजूद रहे। वहीं किरतपुर में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में सुखमनि साहिब पाठ और लंगर का आयोजन हुआ। ज्ञानी हरदेव सिंह ने अरदास कराई।
नजीबाबाद में भक्ति और विचार का संगम
नजीबाबाद स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु नानक शाही सिंह सभा में शबद-कीर्तन और गुरमत विचार का आयोजन किया गया। मुख्य ग्रंथी ज्ञानी मनजिंदर सिंह ने गुरु नानक देव के जीवन दर्शन पर चर्चा की। सुखलीन कौर और गुरलीन कौर ने मधुर शबद-कीर्तन किया। इसके अलावा गुरुद्वारा सिंह सभा बड़िया में प्रगट सिंह की देखरेख में तथा सुभाष नगर गुरुद्वारा में भी धार्मिक कार्यक्रम हुए।
