बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद थाना क्षेत्र स्थित गेसूपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक ही परिवार के पांच लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए, जिसमें से एक बेटे की मौत हो गई, जबकि बाकी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पीड़ित अशोक कुमार उर्फ सोनी ने बताया कि बुधवार की शाम को उनके परिवार ने घर पर लौकी के बने कोफ्ते का सेवन किया था। कुछ समय बाद, परिवार के सभी सदस्य न केवल उल्टी और दस्त से पीड़ित हो गए, बल्कि उनकी हालत बेहद गंभीर हो गई। परिवार के लोगों को तुरंत कस्बे के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन परिवार के छोटे बेटे हर्षित की हालत ज्यादा बिगड़ गई।
हर्षित की मौत
अशोक ने बताया कि डॉक्टरों ने हर्षित को गंभीर हालत में ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल रेफर किया। वहां पहुंचने के बाद शुक्रवार सुबह करीब सात बजे हर्षित ने दम तोड़ दिया। हर्षित गांव में एक इलेक्ट्रिशियन का काम करता था, और उसकी मौत ने पूरे परिवार को शोक में डाल दिया।
अन्य परिवारजन की हालत स्थिर
पीड़ित अशोक ने बताया कि परिवार के अन्य सदस्य अब खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत में सुधार हो रहा है। हालांकि, इस घटना के बाद गांव में किसी जानबूझकर विषेला पदार्थ मिलाने की अफवाह भी फैली, लेकिन अशोक ने इसे केवल अफवाह बताते हुए आरोपों को नकारा किया।
पुलिस कार्रवाई के बिना अंतिम संस्कार
अशोक कुमार ने यह भी बताया कि उसके बेटे हर्षित का अंतिम संस्कार शुक्रवार को बिना पुलिस कार्रवाई के किया गया। इस घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया है, और गांव वाले इस परिवार की त्रासदी पर शोक व्यक्त कर रहे हैं।
इस घटना ने खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को उजागर किया है, खासकर घर पर बनाए गए भोजन से होने वाली बीमारियों को लेकर।