लखनऊ। विधानसभा परिसर से आज एक सियासी बयान सामने आया, जिसने राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज कर दी है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने ब्राह्मण विधायकों की बैठक को लेकर बड़ा बयान देते हुए भाजपा पर सीधा हमला बोला है।
माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि विधायकों को बैठक करने का पूरा अधिकार है। यदि ब्राह्मण विधायकों ने आपसी बातचीत के लिए बैठक की है तो इसमें किसी प्रकार का अपराध नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे को लेकर घबराई हुई है, क्योंकि उसका जनाधार लगातार कमजोर हो रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा को यह डर सता रहा है कि यदि ब्राह्मण वर्ग नाराज हुआ तो उसकी सत्ता पर असर पड़ सकता है। इसी आशंका के चलते भाजपा दबाव की राजनीति कर रही है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि माता प्रसाद पांडेय का यह बयान भाजपा के भीतर चल रहे कथित असंतोष को और हवा दे सकता है। खासतौर पर ऐसे समय में, जब भाजपा ब्राह्मण और पिछड़ा वर्ग दोनों को साधने की रणनीति पर काम कर रही है, यह बयान राजनीतिक समीकरणों को और जटिल बना सकता है।