अनुप्रिया पटेल ने पति आशीष पटेल को दिया झटका, कद घटाकर बनाया राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय एक अहम मोड़ पर खड़ी है अपना दल (एस)। केंद्रीय मंत्री और पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने संगठन के भीतर ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और अपने पति आशीष पटेल का कद घटा दिया है। अब आशीष पटेल को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय एक अहम मोड़ पर खड़ी है अपना दल (एस)। केंद्रीय मंत्री और पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने संगठन के भीतर ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और अपने पति आशीष पटेल का कद घटा दिया है। अब आशीष पटेल को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। इससे न केवल पार्टी की आंतरिक राजनीति में हलचल मच गई है, बल्कि पूरे प्रदेश की सियासत में भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
संगठन में बड़ा फेरबदल, आशीष पटेल अब तीसरे नंबर के नेता
बीती देर रात पार्टी की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची जारी की गई जिसमें सबसे पहले माता बदल तिवारी का नाम राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में दर्ज है, उसके बाद आशीष पटेल को उपाध्यक्ष बताया गया। इस लिस्ट ने साफ कर दिया कि अब पार्टी में आशीष पटेल की हैसियत पहले जैसी नहीं रही। 2018 में जब वे विधान परिषद सदस्य बने, तब वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। धीरे-धीरे पार्टी में आंतरिक असंतोष बढ़ा और अब वे नंबर दो से खिसककर तीसरे नंबर के नेता बन गए हैं।
अंतर्कलह और ‘अपना मोर्चा’ के जवाब में उठाया गया कदम
हाल ही में पार्टी के कई नेताओं ने असंतोष प्रकट करते हुए ‘अपना मोर्चा’ नाम से अलग धड़ा बना लिया था। इसके बाद से ही पार्टी में भारी उथल-पुथल चल रही थी। सूत्रों के अनुसार, कई नेता आशीष पटेल के फैसलों और कार्यशैली से असहमत थे। इसे देखते हुए अनुप्रिया पटेल ने पार्टी में संतुलन साधने के लिए यह बड़ा निर्णय लिया और अपने पति को कार्यकारी अध्यक्ष पद से हटाकर उपाध्यक्ष बना दिया।
जातीय समीकरण और ब्राह्मण वोट बैंक पर फोकस
नई कार्यकारिणी में जौनपुर के वरिष्ठ नेता माता बदल तिवारी को उपाध्यक्ष बनाए जाने को पूर्वांचल में ब्राह्मण वोट बैंक को साधने की रणनीति माना जा रहा है। यह पार्टी की सामाजिक संतुलन बनाने की नीति को दर्शाता है, जहां पारिवारिक रिश्तों से ऊपर संगठन और सामाजिक समीकरण को तरजीह दी गई है।
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नई कार्यकारिणी में शामिल प्रमुख नाम
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव (मुख्यालय) मुन्नर प्रजापति ने प्रेस वार्ता में बताया कि—
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माता बदल तिवारी – राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
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आशीष पटेल – राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
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के.के. पटेल – राष्ट्रीय महासचिव
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राकेश यादव – राष्ट्रीय सचिव
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अल्का पटेल – राष्ट्रीय सचिव
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पप्पू माली – राष्ट्रीय सचिव
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डॉ. अमित पटेल – राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य
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रेखा वर्मा – राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य
इन नामों से यह भी स्पष्ट है कि पार्टी क्षेत्रीय और सामाजिक विविधता पर ध्यान दे रही है। वाराणसी की रेखा वर्मा और मेरठ की अल्का पटेल को जिम्मेदारियां सौंपकर पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी दोनों क्षेत्रों को साधने की कोशिश की गई है।
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परिवार के ऊपर पार्टी का संदेश
आशीष पटेल को पदावनति देने का फैसला केवल औपचारिक नहीं बल्कि प्रतीकात्मक है। इससे पार्टी के अंदर यह सख्त संदेश गया है कि अपना दल (एस) अब संगठनात्मक अनुशासन और जनधाराओं के अनुरूप फैसले करेगा, भले ही वह फैसला निजी रिश्तों पर भारी क्यों न पड़े। अनुप्रिया पटेल का यह कदम साफ दिखाता है कि वे अब पार्टी को ‘पारिवारिक चेहरा’ नहीं बल्कि एक संगठित राजनीतिक ताकत के रूप में प्रस्तुत करना चाहती हैं।
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अनुप्रिया पटेल का यह निर्णय उस वक्त आया है जब पार्टी के सामने अंतर्कलह, असंतोष और नई चुनौतियां हैं। इस बदलाव से पार्टी बागियों पर नियंत्रण पा सकेगी या नई चुनौतियों को जन्म देगा, यह तो समय बताएगा। लेकिन इतना निश्चित है कि इस निर्णय ने अपना दल (एस) की दिशा और दशा दोनों में बदलाव के संकेत दे दिए हैं।
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