मेरठ। वेदव्यासपुरी स्थित मेरठ मंडपम स्थल की दीवारों की पुताई के लिए वाल पुटटी की बोरियों लेकर जा रहे ठेकेदार के मुंशी को धरने पर बैठे किसानों ने पकड़ लिया। किसानों का आरोप है कि उन्हें बदनाम करने के लिए वाल पुट्टी की बोरियों को हटाया जा रहा था। पुलिस का कहना है कि मामला चोरी का नही है।
वेदव्यासपुरी योजना के तहत अधिग्रहित की गई जमीन प्रतिकर और मुआवजे की मांग को लेकर वेदव्यासपुरी में निर्माणाधीन मेरठ मंडपम स्थल पर किसान 37 दिनों से किसान धरने पर बैठे है। शाम मेरठ मंडपम में पुताई ठेकेदार का मुंशी जानी स्कूटी पर वाल पुट्टी के दो बोरे लेकर जा रहा था। किसानों ने उसे मंडपम स्थल के अंदर से सामान लेकर जाता देखा तो रोक लिया और पूछताछ शुरू कर दी। मुंशी द्वारा स्पष्ट जवाब न मिलने पर किसानों ने पुलिस को फोन कर मामले की जानकारी दी।
पुलिस ने मुंशी को हिरासत में ले लिया। किसानों ने आरोप लगाया कि एक महीने से अधिक समय से किसान मेरठ मंडपम स्थल पर धरने पर बैठे हैं। निर्माण कार्य भी बंद है। किसानों को बदनाम करने के लिए यहां से सामान को हटाया जा रहा है। सीओ ब्रहमपुरी सौम्या अस्थाना ने बताया कि मुंशी ने पूछताछ में बताया कि वह दूसरी साइट पर समान लेकर जा रहा था चोरी का आरोप गलत है।