मुजफ्फरनगर नई मंडी थाने के मालखाने से 19 लाख नकदी और आभूषणों का गबन, पूर्व हेड मुहर्रिर नरेन्द्र सिरोही पर मामला दर्ज

मुजफ्फरनगर। जिले के नई मंडी थाने के मालखाने (माल मुकदमाती) से नगदी, आभूषण, कारतूस, तमंचे आदि की चोरी और गबन का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पूर्व हेड मुहर्रिर (एचएम) नरेन्द्र कुमार सिरोही पर 19,79,140 रुपये नकदी सहित मूल्यवान सामान गबन करने का आरोप लगा है। प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद्र की शिकायत पर नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) में मामला दर्ज किया गया है। जांच में पुराने नोटों की राशि 17,01,656 रुपये भी गायब पाई गई, जिन्हें बदलने की जिम्मेदारी आरोपी की थी।
क्षेत्राधिकारी नई मंडी रूपाली राय चौधरी के 20 जुलाई 2024 और 6 फरवरी 2025 के निरीक्षणों में भी निर्देश दिए गए, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद प्रभारी निरीक्षक ने कमेटी गठन की रिपोर्ट भेजी, जिस पर एसएसपी के आदेश से 21 फरवरी 2025 को कमेटी का गठन हुआ।
कमेटी ने मालखाने का सत्यापन किया और वर्तमान एचएम ब्रजकुमार को उपलब्ध सामान की सूची हस्तांतरित की। जांच में माल रजिस्टर के अनुसार कई वस्तुएं कम पाई गईं। नगदी: 19,79,140 रुपये,आभूषण, कारतूस, तमंचे आदि: मूल्य अज्ञात, लेकिन महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, मालखाने से पुराने नोटों की राशि 17,01,656 रुपये भी बरामद हुई, जिन्हें बदलने का दायित्व सिरोही का था। कमेटी गठन के बाद भी सिरोही को 24 अप्रैल 2025 और 24 जुलाई 2025 को नोटिस भेजे गए, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया।
प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद्र ने 1 अगस्त 2025 को एनसीआरबी को रिपोर्ट भेजी, जिसमें सिरोही पर माल गबन का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपी के खिलाफ तत्काल एक्शन आवश्यक है। एनसीआरबी ने इसे संज्ञान में लेते हुए मामला दर्ज कर लिया (आइटम नंबर 2 के तहत धाराओं में अपराध का संकेत)। प्रभारी निरीक्षक ने लिखा, "इनके धनराशि, आभूषण आदि माल का गबन किया जाना प्रतीत होता है।"
रिपोर्ट पर क्षेत्राधिकारी रूपाली राय चौधरी (3 अगस्त 2025) और एसपी नगर (12 अगस्त 2025) के हस्ताक्षर हैं। क्लर्क सोनू ने पुष्टि की कि तहरीर कंप्यूटर पर शब्दशः टाइप की गई। कार्यवाही: मामला दर्ज कर जांच शुरू (प्रकरण दर्ज किया गया)।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कहा, "मामला गंभीर है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आरोपी की तलाश और पूछताछ की जा रही है। गबन की राशि और वस्तुओं की वसूली सुनिश्चित की जाएगी।" पीड़ित पक्ष (थाना प्रशासन) ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह घटना पुलिस विभाग में मालखाने प्रबंधन की खामियों को उजागर कर रही है, जहां रिटायरिंग कर्मचारियों के चार्ज हस्तांतरण पर सख्ती की जरूरत बताई जा रही है।
जांच जारी है, और आरोपी सिरोही के खिलाफ वारंट जारी होने की संभावना है। यह मामला विभागीय भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा कदम माना जा रहा है।