मेरठ में सोमेंद्र तोमर के 'चेले' के खिलाफ बीजेपी के सभी बड़े नेता एसएसपी से मिले, सख्त कार्यवाही का बनाया दबाव
अरुण गोविल, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, दिनेश खटीक, धर्मेंद्र भारद्वाज, अमित अग्रवाल और हरिकांत अहलूवालिया शामिल !


भाजपा नेताओं की कड़ी मांग: "लाइन हाजिर" काफी नहीं
एसएसपी से मुलाकात के दौरान भाजपा नेताओं ने स्पष्ट कहा कि इस घटना में किसी भी तरह की लीपापोती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नेताओं ने जोर देकर कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों को केवल 'लाइन हाजिर' करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
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सांसद अरुण गोविल: उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, "पूरी भारतीय जनता पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। जो भी लोग इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं—चाहे पुलिसकर्मी हों या अन्य लोग—उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। यह घटना सामाजिक दृष्टि से बहुत खराब है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।"
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राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी: उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा, "यह विषय केवल गिरफ्तारी या धाराएं बढ़ाने का नहीं है, बल्कि यह भी जांच का विषय है कि जमानत क्यों और किस प्रक्रिया में दी गई। पुलिस ने किसके दबाव में ऐसा किया? पुलिस के काम में पारदर्शिता होनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि यह पक्ष-विपक्ष का मुद्दा नहीं है, भाजपा व्यापारी के साथ खड़ी है।
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एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज: उन्होंने भी केवल 'लाइन हाजिर' करने को अपर्याप्त बताते हुए कड़ी सजा की मांग पर जोर दिया।
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पीड़ित व्यापारी की माँ: मीडिया से बातचीत में उन्होंने केवल अपने बच्चे के लिए न्याय मांगने की बात कही।
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन थे शामिल
एसएसपी आवास पहुंचने वालों में लगभग पूरी मेरठ भाजपा इकाई मौजूद थी। इनमें प्रमुख रूप से मेरठ से सांसद अरुण गोविल, राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, राज्य जल शक्ति मंत्री दिनेश खटीक,
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एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, मेयर हरिकांत अहलूवालिया, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी, महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी और जिला अध्यक्ष शिवकुमार राणा सहित कई पूर्व प्रत्याशी और अन्य नेता शामिल थे।
राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर रहे अनुपस्थित
विकुल चपराणा द्वारा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर का नाम लेकर व्यापारी को डराने और माफी मंगवाने के कारण यह विवाद बढ़ा था। हालांकि, गुरुवार देर शाम हुई इस महत्वपूर्ण मुलाकात से राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर अनुपस्थित रहे। पता चला कि वह इस दौरान बिहार चुनाव में जनसंपर्क और प्रचार में व्यस्त थे। इस मुलाकात के लिए वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें फोन भी किया था।
इससे पूर्व संयुक्त व्यापार मंडल और संयुक्त व्यापार संघ के व्यापारियों ने भी जिलाधिकारी (डीएम) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) से मुलाकात की। उन्होंने दोनों अधिकारियों से सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कपड़ा व्यापारी सत्यम रस्तोगी के साथ भाजपा नेता द्वारा की गई इस घटना के बाद से व्यापारी वर्ग में भारी असंतोष है। व्यापारियों का कहना है कि वे इंसाफ की इस लड़ाई में आरोपियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
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