मेरठ में कार्तिक पूर्णिमा मेला मखदूमपुर गंगा घाट पर शुरू, लाखों श्रद्धालुओं के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम
मेरठ। कार्तिक पूर्णिमा मेला मखदूमपुर गंगाघाट के किनारे शुरू हो गया है। कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच गंगा किनारे तंबुओं का नगर बसा हुआ है। पांच दिवसीय मेला की शुरूआत हस्तिनापुर के मखदूमपुर गंगा घाट पर राज्यमंत्री दिनेश खटीक सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने गंगा आरती करके की है।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर जिला पंचायत की और से मखदूमपुर गंगा घाट पर लगने वाले मेला लग गया है। एक नवंबर से श्रद्धालु पहुंचने शुरू हो गए हैं। लोग ट्रैक्टर और भैंसा बुग्गी से मेला स्थल पर पहुंच रहे हैं। पांच नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान होगा। गंगा किनारे करीब पांच किलोमीटर क्षेत्र में पांच दिवसीय तंबुओं का नगर गंगा की रेती में बस गया है। मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए मखदूमपुर में सभी तैयारियां की गई है। कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों लोगों के दीपदान करते है। ऐसे में प्रशासन की ओर से सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। गंगा की रेती में अस्थायी कोतवाली और चौकी बनाई गई है।
मखदूमपुर ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान भरत सिंह ने बताया कि गंगा तट पर हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाला गंगा स्नान मेला सैकड़ों वर्ष पुराना है। इस मेले में लाखों श्रद्धालु आकर गंगा में आस्था की डुबकी लगाते हैं। गंगा घाट पर लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेले में लोग बैलगाड़ी, भैंसा बुग्गी, ट्रैक्टर ट्रॉली, छोटा हाथी, पिकअप और पैदल ही लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। जिससे यहां पशु चिकित्सालय की स्थापना की जाती हैं। इस स्थान पर गंगा नदी उत्तर दिशा से आकर पश्चिम दिशा की ओर बहती है, जो इसे और भी खास बनाता है।
सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
मेले की सुरक्षा के लिए ड्रोन, सीसीटीवी और वॉच टॉवर की व्यवस्था की गई है। पेयजल के लिए अस्थाई नल और महिलाओं के लिए अस्थाई शौचालय व चेंजिंग रूम बनाए गए हैं। मेला स्थल पर वाहनों की पार्किंग बनाई गई है। यातायात को सुचारू रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस तैनात है। एक नवंबर को मेले का उद्घाटन के बाद इसकी शुरूआत हो गई है। मेला स्थल पर दुकानें भी सज गई हैं।
