मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की शिफा अल्ताफ को वैश्विक सम्मेलन में शोध पोस्टर पुरस्कार
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर आरके सोनी और उनके शोधार्थियों शिफा अल्ताफ, नेहा मित्तल और विशु शर्मा ने 17वीं इंटरनेशनल टेक्निकल कॉन्फ्रेंस एंड एग्जिबिशन ऑन पल्प, पेपर एंड एलाइड इंडस्टरीज में हिस्सा लिया। इस वर्ष सम्मेलन का थीम “सस्टेनेबल ग्रोथ ऑफ़ पेपर, पेपर पैकेजिंग, टिशु एंड एलाइड इंडस्टरीज इन द चेंजिंग ग्लोबल सिनेरियो” था। प्रोफेसर आरके सोनी एवं उनके शोधार्थियों ने इस कांफ्रेंस में प्लास्टिक वेस्ट एवं एग्रीकल्चर वेस्ट जैसे कि सुगरकेन बगासे और कोकोनोट शेल से पेपर पैकेजिंग, कोटेड पेपर और फूड पैकेजिंग फिल्म बनाने की नई तकनीक एवं प्रोडक्ट्स प्रस्तुत किए।
नेहा मित्तल ने प्लास्टिक वेस्ट से डाई तैयार की, जिसका उपयोग पेपर को रंगने के लिए किया जा सकता है। विशु शर्मा ने सुगरकेन बगासे से वैल्यू एडेड केमिकल एक्सट्रैक्ट करके उनका उपयोग पॉलीमर कंपोजिट्स बनाने के लिए किया जो की प्रिंटेबल पेपर्स, पेपर पैकेजिंग और प्रोडक्ट्स पैकेजिंग में किया जा सकता है।
शिफा अल्ताफ ने नारियल के खोल (coconut shell) को मूल्यवर्धित कर उससे सेलुलोज निकालने तथा CeO2-आधारित नैनोकम्पोज़िट्स बनाने की एक पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रिया प्रस्तुत की, जिसका उपयोग उन्नत पल्प, पैकेजिंग और बायो-आधारित सामग्रियों में किया जा सकता है। इस शोध को इसकी सस्टेनेबिलिटी, इनोवेशन और औद्योगिक उपयोगिता के लिए अत्यधिक सराहा गया तथा शिफा को पोस्टर प्रतियोगिता में द्वितीय उपविजेता घोषित किया गया तथा दो हजार रुपये की धनराशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त सभी प्रतिभागियों को एक हजार रुपये की सांत्वना धनराशि भी प्रदान की गई। शोधार्थी शिफा अल्ताफ ने यह शोध अपने मार्गदर्शक प्रो. राकेश कुमार सोनी (रसायन विज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय) एवं प्रो. राहुल सिंघल (डिपार्टमेंट ऑफ फिजिक्स एंड इंजीनियरिंग फिजिक्स, सेंट्रल कनेक्टीकट स्टेट यूनिवर्सिटी, USA) के निर्देशन में संपन्न किया। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला, प्रोफेसर जयमाला, डॉ नाजिया तरन्नुम, डॉ मीनू तेवतिया, डॉ प्रियंका कक्कड़, डॉ मनीषा भारद्वाज, डॉ निखिल कुमार, डॉ मोहित चौहान, डॉ नीरज रवि व अन्य ने शिफा अल्ताफ को बधाई दी।
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर आरके सोनी और उनके शोधार्थियों शिफा अल्ताफ, नेहा मित्तल और विशु शर्मा ने 17वीं इंटरनेशनल टेक्निकल कॉन्फ्रेंस एंड एग्जिबिशन ऑन पल्प, पेपर एंड एलाइड इंडस्टरीज में हिस्सा लिया। इस वर्ष सम्मेलन का थीम “सस्टेनेबल ग्रोथ ऑफ़ पेपर, पेपर पैकेजिंग, टिशु एंड एलाइड इंडस्टरीज इन द चेंजिंग ग्लोबल सिनेरियो” था। प्रोफेसर आरके सोनी एवं उनके शोधार्थियों ने इस कांफ्रेंस में प्लास्टिक वेस्ट एवं एग्रीकल्चर वेस्ट जैसे कि सुगरकेन बगासे और कोकोनोट शेल से पेपर पैकेजिंग, कोटेड पेपर और फूड पैकेजिंग फिल्म बनाने की नई तकनीक एवं प्रोडक्ट्स प्रस्तुत किए।
नेहा मित्तल ने प्लास्टिक वेस्ट से डाई तैयार की, जिसका उपयोग पेपर को रंगने के लिए किया जा सकता है। विशु शर्मा ने सुगरकेन बगासे से वैल्यू एडेड केमिकल एक्सट्रैक्ट करके उनका उपयोग पॉलीमर कंपोजिट्स बनाने के लिए किया जो की प्रिंटेबल पेपर्स, पेपर पैकेजिंग और प्रोडक्ट्स पैकेजिंग में किया जा सकता है।
शिफा अल्ताफ ने नारियल के खोल (coconut shell) को मूल्यवर्धित कर उससे सेलुलोज निकालने तथा CeO2-आधारित नैनोकम्पोज़िट्स बनाने की एक पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रिया प्रस्तुत की, जिसका उपयोग उन्नत पल्प, पैकेजिंग और बायो-आधारित सामग्रियों में किया जा सकता है। इस शोध को इसकी सस्टेनेबिलिटी, इनोवेशन और औद्योगिक उपयोगिता के लिए अत्यधिक सराहा गया तथा शिफा को पोस्टर प्रतियोगिता में द्वितीय उपविजेता घोषित किया गया तथा दो हजार रुपये की धनराशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त सभी प्रतिभागियों को एक हजार रुपये की सांत्वना धनराशि भी प्रदान की गई। शोधार्थी शिफा अल्ताफ ने यह शोध अपने मार्गदर्शक प्रो. राकेश कुमार सोनी (रसायन विज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय) एवं प्रो. राहुल सिंघल (डिपार्टमेंट ऑफ फिजिक्स एंड इंजीनियरिंग फिजिक्स, सेंट्रल कनेक्टीकट स्टेट यूनिवर्सिटी, USA) के निर्देशन में संपन्न किया।
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर आरके सोनी और उनके शोधार्थियों शिफा अल्ताफ, नेहा मित्तल और विशु शर्मा ने 17वीं इंटरनेशनल टेक्निकल कॉन्फ्रेंस एंड एग्जिबिशन ऑन पल्प, पेपर एंड एलाइड इंडस्टरीज में हिस्सा लिया। इस वर्ष सम्मेलन का थीम “सस्टेनेबल ग्रोथ ऑफ़ पेपर, पेपर पैकेजिंग, टिशु एंड एलाइड इंडस्टरीज इन द चेंजिंग ग्लोबल सिनेरियो” था। प्रोफेसर आरके सोनी एवं उनके शोधार्थियों ने इस कांफ्रेंस में प्लास्टिक वेस्ट एवं एग्रीकल्चर वेस्ट जैसे कि सुगरकेन बगासे और कोकोनोट शेल से पेपर पैकेजिंग, कोटेड पेपर और फूड पैकेजिंग फिल्म बनाने की नई तकनीक एवं प्रोडक्ट्स प्रस्तुत किए।
नेहा मित्तल ने प्लास्टिक वेस्ट से डाई तैयार की, जिसका उपयोग पेपर को रंगने के लिए किया जा सकता है। विशु शर्मा ने सुगरकेन बगासे से वैल्यू एडेड केमिकल एक्सट्रैक्ट करके उनका उपयोग पॉलीमर कंपोजिट्स बनाने के लिए किया जो की प्रिंटेबल पेपर्स, पेपर पैकेजिंग और प्रोडक्ट्स पैकेजिंग में किया जा सकता है।
शिफा अल्ताफ ने नारियल के खोल (coconut shell) को मूल्यवर्धित कर उससे सेलुलोज निकालने तथा CeO2-आधारित नैनोकम्पोज़िट्स बनाने की एक पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रिया प्रस्तुत की, जिसका उपयोग उन्नत पल्प, पैकेजिंग और बायो-आधारित सामग्रियों में किया जा सकता है। इस शोध को इसकी सस्टेनेबिलिटी, इनोवेशन और औद्योगिक उपयोगिता के लिए अत्यधिक सराहा गया तथा शिफा को पोस्टर प्रतियोगिता में द्वितीय उपविजेता घोषित किया गया तथा दो हजार रुपये की धनराशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त सभी प्रतिभागियों को एक हजार रुपये की सांत्वना धनराशि भी प्रदान की गई। शोधार्थी शिफा अल्ताफ ने यह शोध अपने मार्गदर्शक प्रो. राकेश कुमार सोनी (रसायन विज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय) एवं प्रो. राहुल सिंघल (डिपार्टमेंट ऑफ फिजिक्स एंड इंजीनियरिंग फिजिक्स, सेंट्रल कनेक्टीकट स्टेट यूनिवर्सिटी, USA) के निर्देशन में संपन्न किया। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला, प्रोफेसर जयमाला, डॉ नाजिया तरन्नुम, डॉ मीनू तेवतिया, डॉ प्रियंका कक्कड़, डॉ मनीषा भारद्वाज, डॉ निखिल कुमार, डॉ मोहित चौहान, डॉ नीरज रवि व अन्य ने शिफा अल्ताफ को बधाई दी।
