परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ व्यापारियों का हल्लाबोल: आरटीओ को सौंपा सीएम के नाम ज्ञापन, फिटनेस सेंटर और डीएल प्रक्रिया पर उठाए सवाल
सहारनपुर। सहारनपुर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल से जुड़े व्यापारियों ने वरिष्ठ महामंत्री स.सुरेन्द्र मोहन सिंह चावला के नेतृत्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित ज्ञापन संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) शंकर सिंह को सौंपकर परिवहन विभाग से जुड़ी समस्याओं का समाधान कराने की मांग की।
व्यापारियों का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ महामंत्री स.सुरेन्द्र मोहन सिंह चावला ने कहा कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा निर्देश जारी किए गए कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में तीन-तीन फिटनेस सेंटर खोले जाएंगे। किन्तु वर्तमान में अधिकांश जिलों में केवल एक ही फिटनेस सेंटर संचालित हो रहा है। जिससे वाहन स्वामियों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि एकमात्र फिटनेस सेंटर होने से वाहन स्वामियों से अनावश्यक शुल्क की मांग की जा रही है, जो कि भ्रष्टाचार को कहीं न कहीं बढ़ावा देता है। इस पर लगाम लगानी चाहिए।
उन्हांेने ज्ञापन में बताया कि आरटीओ विभाग द्वारा ड्राईविंग लाईसेंस बनवाने के लिए प्राइवेट एजेंसी से अनुबन्ध किया है, जहां भारी भ्रष्टाचार के चलते नये डीएल बनवाने में वाहन चालकों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना अति आवश्यक है ताकि नये डीएल बनाये जा सकें।
ज्ञापन में बताया कि प्राइवेट फिटनेस सेंटर के क्रियाशील होने के साथ-साथ सरकारी फिटनेस सेंटर्स को बंद न किया जाए। सभी सेंटर्स की नियमित निगरानी की जाए व एक हेल्पलाइन नंबर या पोर्टल प्रारंभ किया जाए, जहां वाहन स्वामी अपनी शिकायत दर्ज कर सकें। प्रत्येक जिले में एक स्थायी निरीक्षण समिति गठित की जाए, जिसमें जिला प्रशासन, परिवहन विभाग तथा स्थानीय ट्रांसपोर्ट से संबंधित दो व्यक्तियों को शामिल किया जाए। ज्ञापन देने वालों में महामंत्री पुनीत चौहान, सुधीर मिगलानी, अशोक छाबडा, यशपाल मैनी, गुलशन अनेजा, प्रभाष वर्मा, सुदर्शन जुनेजा, राजीव मदान, मुकेश दत्ता, ललित पोपली, दीपक रहेजा, विनित चौहान, सुभाष गंगा, मुकेश पाहवा, ठक्कर, पुरूषोत्तम दुआ, यशपाल डाबरा, फैजानउल हक, खुर्शीद अहमद, संजय जुनेजा,शुभम गगनेजा, तेजपाल सिंह, रॉबिन मोगा, पंकज हरजाई, मदन चौधरी, अरविंद वोहरा, सतीश पोपली, हेंमत पोपली, रजनीश चंदा, विपिन चौधरी आदि व्यापारी शामिल रहे।
