केसर की खेती से करोड़ों तक की कमाई कश्मीरी केसर का रहस्य जानें खेती का समय जलवायु कीमत और घर में उगाने का तरीका

On

अगर आप खेती से अच्छी कमाई करना चाहते हैं और सोच रहे हैं कि कौन सी फसल ऐसी है जो थोड़ी सी जमीन में भी आपको लाखों का मुनाफा दे सकती है तो आज हम आपको केसर की खेती के बारे में बताएंगे। जी हाँ वही केसर जिसे मसालों का राजा कहा जाता है और जिसकी खुशबू और स्वाद पूरी दुनिया को मोह लेती है।

केसर की खेती क्यों खास है

केसर दुनिया का सबसे महंगा मसाला माना जाता है। इसकी कीमत इतनी ज्यादा होती है कि किसान थोड़ी सी जमीन से ही लाखों कमा सकते हैं। यही कारण है कि आज के समय में देशभर के किसान इसकी खेती करने में रुचि दिखा रहे हैं। खास बात यह है कि केसर की खेती सिर्फ खेतों में ही नहीं बल्कि कमरे के अंदर भी की जा सकती है।

और पढ़ें अक्टूबर में लाल साग की खेती से लाखों की कमाई का सुनहरा अवसर किसान भाइयों के लिए पूरी जानकारी

केसर की खेती का सही समय और जलवायु

केसर की बिजाई का सबसे अच्छा समय मध्य जुलाई से मध्य अगस्त तक माना जाता है। कुछ किसान अगस्त से सितंबर के बीच भी इसकी रोपाई करते हैं। इसके लिए ठंडी और शुष्क जलवायु बेहतर रहती है और पौधों को रोजाना कम से कम 12 घंटे धूप चाहिए होती है। गीली मिट्टी और गोबर की सड़ी खाद इसमें उत्पादन को और बेहतर बना देती है।

और पढ़ें घर पर नींबू की खेती कैसे करें: आसान तरीका, सही मिट्टी, धूप और खाद के साथ रसीले और जैविक नींबू उगाएँ

कश्मीरी केसर की खेती

कश्मीर का केसर पूरी दुनिया में मशहूर है और इसे जीआई टैग भी मिला हुआ है। इसे उर्दू में जाफरान कहा जाता है और दवाइयों से लेकर मिठाइयों तक हर जगह इसका इस्तेमाल होता है। कश्मीर के पंपोर और बडगाम इलाके को केसर की भूमि कहा जाता है। यही कारण है कि कश्मीरी केसर की कीमत 2025 में पाँच लाख रुपये किलो तक पहुँच चुकी है।

और पढ़ें सितंबर के आखिरी सप्ताह और अक्टूबर की शुरुआत में कौन सी सब्जियां लगाएं जिससे किसानों को मंडी में मिले 60 रुपये किलो तक भाव और प्रति एकड़ लाखों की कमाई

कमरे और गमले में केसर की खेती

दोस्तों अगर आपके पास खेत नहीं है तब भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। आधुनिक तकनीक से अब कमरे और गमलों में भी केसर की खेती संभव है। एरोपोनिक फार्मिंग के जरिए बिना मिट्टी के सिर्फ पोषक तत्वों की धुंध से पौधों को उगाया जाता है। वहीं गमलों में लगाने के लिए खास तरह की मिट्टी तैयार करनी पड़ती है जिसमें खाद और रेत मिलाई जाती है।

भारत में केसर की खेती कहाँ होती है

भारत में मुख्य रूप से जम्मू और कश्मीर में केसर की खेती होती है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में भी अब यह फसल उगाई जाने लगी है। तकनीक के विकास ने इसे हर किसान तक पहुँचाना आसान बना दिया है।

असली और नकली केसर की पहचान

दोस्तों जब भी आप केसर खरीदें तो इसकी पहचान जरूर करें। असली केसर गर्म पानी में डालने पर धीरे-धीरे पीला रंग छोड़ता है लेकिन धागों की बनावट बनी रहती है। नकली केसर तुरंत गहरा लाल रंग छोड़ देता है और उसकी खुशबू व स्वाद उतना अच्छा नहीं होता।

केसर की खेती आज किसानों के लिए नई उम्मीद लेकर आई है। थोड़ी सी जमीन में ही लाखों की कमाई और कम लागत में अच्छा मुनाफा यही वजह है कि इसे सोने की फसल भी कहा जाता है। अगर सही समय और सही तकनीक से खेती की जाए तो किसान अपने जीवन में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

Disclaimer

यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी प्रकार की खेती शुरू करने से पहले कृषि विशेषज्ञ या स्थानीय कृषि विभाग से सलाह लेना जरूरी है।

संबंधित खबरें

लेखक के बारे में

नवीनतम

मुजफ्फरनगर: प्रेमी युगल की दर्दनाक मौत, बुलंदशहर में पुलिस घेराबंदी के डर से प्रिंस ने पहले प्रेमिका को मारी गोली, फिर खुदकुशी; गांव में फोर्स तैनात

मुजफ्फरनगर।  उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के छपार थाना क्षेत्र के तेजलहेड़ा गांव से 19 सितंबर को फरार हुए मूल...
Breaking News  मुख्य समाचार  मुज़फ़्फ़रनगर 
मुजफ्फरनगर: प्रेमी युगल की दर्दनाक मौत, बुलंदशहर में पुलिस घेराबंदी के डर से प्रिंस ने पहले प्रेमिका को मारी गोली, फिर खुदकुशी; गांव में फोर्स तैनात

GST कटौती के बाद Hero Super Splendor XTEC बनी और भी किफायती बाइक

अगर आप एक ऐसी बाइक की तलाश में हैं जो रोजाना की सवारी में किफायती हो साथ ही स्टाइल और...
ऑटोमोबाइल 
GST कटौती के बाद Hero Super Splendor XTEC बनी और भी किफायती बाइक

ऋषिकेश में 27 सितंबर से फिर शुरू हो जाएगी राफ्टिंग, ज्यादा पैसा वसूलने पर होगी कार्रवाई

ऋषिकेश। ऋषिकेश के रोमांचप्रेमियों और पर्यटकों का इंतजार अब खत्म होने वाला है। गंगा नदी में राफ्टिंग का रोमांच एक...
देश-प्रदेश  उत्तराखंड 
ऋषिकेश में 27 सितंबर से फिर शुरू हो जाएगी राफ्टिंग, ज्यादा पैसा वसूलने पर होगी कार्रवाई

डिजिटल पेमेंट के लिए नया ऑथेंटिकेशन फ्रेमवर्क: आरबीआई ने जारी की ड्राफ्ट गाइडलाइन, 1 अप्रैल 2026 से लागू

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने गुरुवार को डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन ऑथेंटिकेशन के लिए ऑथेंटिकेशन मैकेनिज्म फ्रेमवर्क पर...
बिज़नेस 
डिजिटल पेमेंट के लिए नया ऑथेंटिकेशन फ्रेमवर्क: आरबीआई ने जारी की ड्राफ्ट गाइडलाइन, 1 अप्रैल 2026 से लागू

कैराना में 60 बीघा अवैध प्लॉटिंग पर चला बुलडोजर, मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की बड़ी कार्रवाई

मुजफ्फरनगर।  मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण (MDA) ने विकास क्षेत्र कैराना में अवैध निर्माण के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पानीपत-खटीमा घटना...
Breaking News  मुज़फ़्फ़रनगर 
कैराना में 60 बीघा अवैध प्लॉटिंग पर चला बुलडोजर, मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की बड़ी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश

मेरठ में मशहूर भौतिकी लेखक जी.एल. मित्तल का निधन, शिक्षा जगत में शोक की लहर

मेरठ। भौतिकी विज्ञान के प्रसिद्ध लेखक जीएल मित्तल का निधन हो गया है। मेरठ स्थित 123, मानसरोवर गली नम्बर 2...
उत्तर प्रदेश  मेरठ 
मेरठ  में मशहूर भौतिकी लेखक जी.एल. मित्तल का निधन, शिक्षा जगत में शोक की लहर

सहारनपुर पुलिस ने 85 गुमशुदा मोबाइल बरामद कर मालिकों को लौटाए, करीब 12.5 लाख की संपत्ति वापस

सहारनपुर। पुलिस की मिसिंग मोबाइल हेल्प डेस्क टीम ने करीब 12 लाख 50 हजार रूपये के 85 गुमशुदा मोबाइल फोन...
उत्तर प्रदेश  सहारनपुर 
सहारनपुर पुलिस ने 85 गुमशुदा मोबाइल बरामद कर मालिकों को लौटाए, करीब 12.5 लाख की संपत्ति वापस

सहारनपुर में मुठभेड़ के बाद चार गौकश गिरफ्तार, एक घायल, जिंदा गौवंश बरामद

सहारनपुर। थाना नागल मिशन शक्ति केन्द्र की महिला उपनिरीक्षक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुठभेड में एक घायल सहित...
उत्तर प्रदेश  सहारनपुर 
सहारनपुर में मुठभेड़ के बाद चार गौकश गिरफ्तार, एक घायल, जिंदा गौवंश बरामद

अखिलेश बोले- जीएसटी रिफॉर्म सरकार का दिखावटी कदम,यूपी में पुलिसवाले किडनैपिंग कर रहे,कानपुर कांड का खुलासा हुआ तो IAS-IPS नपेंगे

लखनऊ। देशभर में 22 सितंबर से लागू जीएसटी रिफॉर्म को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता...
Breaking News  उत्तर प्रदेश  मुख्य समाचार  लखनऊ 
अखिलेश बोले- जीएसटी रिफॉर्म सरकार का दिखावटी कदम,यूपी में पुलिसवाले किडनैपिंग कर रहे,कानपुर कांड का खुलासा हुआ तो IAS-IPS नपेंगे