मुजफ्फरनगर: प्रेमी युगल की दर्दनाक मौत, बुलंदशहर में पुलिस घेराबंदी के डर से प्रिंस ने पहले प्रेमिका को मारी गोली, फिर खुदकुशी; गांव में फोर्स तैनात

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के छपार थाना क्षेत्र के तेजलहेड़ा गांव से 19 सितंबर को फरार हुए एक प्रेमी युगल की प्रेम कहानी बुलंदशहर में दर्दनाक अंत को पहुंच गई। 26 वर्षीय प्रिंस गुर्जर ने पुलिस की घेराबंदी के डर से पहले अपनी 15 वर्षीय नाबालिग प्रेमिका (11वीं कक्षा की छात्रा) को गोली मारकर हत्या कर दी, फिर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। दोनों अलग-अलग जातियों (युवती जाट, युवक गुर्जर) से होने के कारण तनाव को देखते हुए तेजलहेड़ा गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। गुरुवार शाम दोनों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसमें अधिकारी और फोर्स मौजूद रहीं।
प्रेमिका के फूफा प्रमोद को 23 सितंबर को बुलंदशहर के डिबाई थाना क्षेत्र के सराय किशनचंद मुहल्ले में किराए के मकान की भनक लगी। प्रमोद ने प्रिंस के फूफा नरेंद्र कुमार के जरिए कमरा किराए पर दिलवाया था। बुधवार रात करीब 3 बजे मुजफ्फरनगर पुलिस, प्रमोद और ग्राम प्रधान समेत चार लोग मकान पर पहुंचे। फूफा ने दरवाजा खटखटाया और कहा, "मैं फूफा हूं, दरवाजा खोलो।" लेकिन प्रेमी युगल ने दरवाजा नहीं खोला।
दोनों छत से कूदकर पड़ोसी लायक सिंह के मकान की छत पर भागे, करीब 30 मीटर दूर। खुद को घिरा देख प्रिंस ने तमंचे से पहले प्रेमिका के सिर में गोली मार दी, फिर खुद के सिर में गोली दाग ली। गोली की आवाज सुनकर पड़ोसी जाग गए। पुलिस ने शव बरामद कर सीएचसी डिबाई ले जाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
प्रिंस का आपराधिक इतिहास
प्रिंस के खिलाफ छपार थाने में हत्या का प्रयास (2023 में टोल पर फायरिंग), चेन स्नेचिंग और नाबालिग अपहरण के मुकदमे दर्ज थे। वह लोकल बाबा गैंग का सदस्य होने का शक है, जिसकी जांच चल रही है। लूट के एक मामले में 25 दिन पहले जेल से रिहा हुआ था।
एसएसपी का बयान
मुजफ्फरनगर एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया, "यह छपार थाने का मामला है, जहां नाबालिग लड़की 23 वर्षीय प्रिंस के साथ फरार हुई थी। प्रिंस का आपराधिक इतिहास है—दो मुकदमे: टोल पर फायरिंग और स्नेचिंग। बुलंदशहर के डिबाई थाने में छिपे थे। लड़की के परिजनों के साथ पुलिस बरामदगी के लिए गई, तो अंदेशा लगने पर प्रिंस ने प्रेमिका की हत्या कर खुदकुशी कर ली। पंचनामा, पोस्टमार्टम और वैधानिक कार्रवाई हो रही है। डिबाई थाने पर एप्लीकेशन दी गई, वहां जांच चल रही है। कोई अन्य शामिल हो तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।"
गांव में तनाव और फोर्स तैनात
अलग-अलग बिरादरियों (जाट-गुर्जर) से होने के कारण तेजलहेड़ा गांव में तनाव फैल गया। अधिकारियों ने सुरक्षा के लिए भारी फोर्स तैनात की। गुरुवार शाम शवों का अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया, जिसमें एसएसपी समेत अधिकारी मौजूद रहे। बुलंदशहर एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने भी पुष्टि की कि जांच जारी है।
यह घटना इंटर-कास्ट प्रेम और नाबालिग अपहरण के खतरों को उजागर करती है। पुलिस ने परिजनों से शांति बनाए रखने की अपील की है।