मुजफ्फरनगर में खाना न मिलने पर ढाबे पर अंधाधुंध फायरिंग, लाइसेंसी हथियारों का जखीरा बरामद, मुख्य आरोपी गिरफ्तार

10 सितंबर की रात को अतुल सैनी और उसके दो साथी शेरा पंजाबी ढाबे पर पहुंचे। खाना मांगने पर ढाबा मालिक शिवम ने असमर्थता जताई, तो आरोपी नाराज हो गए। गुस्से में उन्होंने ढाबे पर 10-15 राउंड फायरिंग कर दी और जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले। शिवम ने तुरंत तहरीर देकर तितावी थाने में मुकदमा दर्ज कराया। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश तेज कर दी थी।
बीती रात तितावी पुल के पास चेकिंग के दौरान पुलिस ने अतुल को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा। भागने की कोशिश में आरोपी ने विरोध किया, लेकिन पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में अतुल ने कबूल किया कि खाना न मिलने पर गुस्से में उसने और उसके साथियों ने लाइसेंसी हथियारों से फायरिंग की थी। हथियार उसके माता-पिता के नाम पर लाइसेंसी हैं। वह ट्रैक्टर छिपाकर भागने की फिराक में था।
बरामद सामान
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक लाइसेंसी राइफल (सहित 98 कारतूस),लाइसेंसी पिस्टल (.32 बोर, सहित 3 कारतूस),लाइसेंसी रिवॉल्वर (.32 बोर, सहित 29 कारतूस) बरामद किया।
ये हथियार मूल रूप से शामली जिले के बाबरी निवासी अतुल के माता-पिता के नाम पर थे, जो फिलहाल सिविल लाइन इलाके में रह रहा था।
एसपी का बयान
एसपी देहात आदित्य बंसल ने प्रेस वार्ता में बताया, "बीते दिनों तितावी क्षेत्र के एक ढाबे पर एक युवक द्वारा 10-15 राउंड फायरिंग की गई थी। आज मुख्य आरोपी अतुल सैनी को गिरफ्तार किया गया है। उसके कब्जे से तीन लाइसेंसी शस्त्र और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं। सभी बिंदुओं पर सख्ती से पूछताछ की जा रही है। बाकी फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं।" उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर कड़ाई बरती जाएगी।