सितंबर के आखिरी सप्ताह और अक्टूबर की शुरुआत में कौन सी सब्जियां लगाएं जिससे किसानों को मंडी में मिले 60 रुपये किलो तक भाव और प्रति एकड़ लाखों की कमाई

अगर आप किसान हैं और इस समय यानी सितंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर अक्टूबर के पहले सप्ताह तक खेत में सब्जियां लगाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए यह जानकारी बहुत खास होने वाली है। क्योंकि अभी कुछ ऐसी सब्जियां हैं जिन्हें समय पर लगाने से बाजार में उनकी डिमांड बहुत ज्यादा हो जाती है और आपको मंडी में शानदार दाम मिलते हैं। इतना ही नहीं इन सब्जियों से आप प्रति एकड़ लाखों रुपए तक की कमाई कर सकते हैं।
छप्पन कद्दू की खेती से बड़ा फायदा
खेती की तैयारी के लिए आपको खेत की जुताई दो से तीन बार करनी होगी। बोवाई से पहले खेत में चार से पांच ट्रॉली पुरानी गोबर की खाद डालना जरूरी है। अगर आप रासायनिक खाद डालना चाहते हैं तो डीएपी लगभग 50 से 60 किलो एमओपी 30 किलो यूरिया 25 किलो और फंगीसाइड भी मिलाना चाहिए। खाद की मात्रा अपनी जमीन की क्षमता के अनुसार तय करें।
बेहतर परिणाम के लिए पांच फीट की दूरी पर बेड बनाकर खेती करें। अगर इसमें प्लास्टिक मल्च का उपयोग करेंगे तो खरपतवार की समस्या खत्म हो जाएगी और मिट्टी की नमी लंबे समय तक बनी रहेगी। इसके लिए 18 से 20 माइक्रोन की प्लास्टिक शीट सबसे अच्छी मानी जाती है।
फूलगोभी की खेती से दोहरा मुनाफा
अगर आप अक्टूबर के पहले सप्ताह तक खेती करना चाहते हैं तो फूलगोभी एक बेहतरीन विकल्प है। इसकी खासियत यह है कि इसे कम खर्चे में भी लगाया जा सकता है और मुनाफा कई गुना ज्यादा मिलता है।
फूलगोभी की खेती बेल वाली फसलों जैसे लौकी या टिंडा के साथ भी की जा सकती है जिससे आपको डबल फायदा होगा। अगर मंडी में फूलगोभी का भाव 12 से 13 रुपए किलो भी मिले तब भी आप एक एकड़ से दो से तीन लाख रुपए तक की कमाई कर सकते हैं। इसका कारण है कि एक एकड़ खेत में लगभग 14 से 15 हजार पौधे लग जाते हैं।
अभी के मौसम में फूलगोभी की क्वालिटी भी बेहतरीन रहती है क्योंकि यह मौसम उसके लिए अनुकूल है। हां अगर आपके इलाके में बारिश ज्यादा हो रही है तो खेत में बेड बनाकर पौधे लगाएं और जल निकासी का पूरा ध्यान रखें।
किसानों के लिए जरूरी बात
दोस्तों चाहे आप छप्पन कद्दू लगाएं या फूलगोभी हमेशा ध्यान रखें कि सब्जी उसी समय लगाएं जब मौसम और मिट्टी दोनों उसके लिए सही हों। समय का ख्याल रखने से ही आपको मंडी में अच्छा भाव और खेत से बेहतर पैदावार मिलती है।
डिस्क्लेमर:
इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सामान्य कृषि अनुभव और विभिन्न स्रोतों पर आधारित है। खेती करने से पहले अपने क्षेत्र की मिट्टी मौसम और स्थानीय कृषि विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।