पूसा कीर्ति गेहूं की खेती से करें लाखों की कमाई, चमकदार दानों वाली ये किस्म देश-विदेश में है सबसे ज्यादा मांग वाली
जैसे ही ठंड का मौसम आता है वैसे ही गेहूं की बुवाई की तैयारियां पूरे जोरों पर शुरू हो जाती हैं। हर किसान चाहता है कि उसकी गेहूं की फसल ज्यादा उपज दे और दाने की गुणवत्ता बेहतरीन हो। आज हम आपको ऐसी ही एक गेहूं की शानदार किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं जो न केवल उच्च उपज देती है बल्कि देश और विदेश दोनों में इसकी भारी मांग रहती है। इस गेहूं की किस्म का नाम है पूसा कीर्ति (Pusa Kirti) जो आज किसानों की पहली पसंद बन चुकी है।
क्यों खास है पूसा कीर्ति गेहूं की किस्म
इस गेहूं की किस्म के दाने चमकदार, बोल्ड और मोटे होते हैं जिन्हें देखकर खरीदार तुरंत खरीदना पसंद करते हैं। यही वजह है कि बाजार में पूसा कीर्ति गेहूं हमेशा प्रीमियम दामों पर बिकता है। अगर किसान सही समय पर बुवाई करें तो इस किस्म से शानदार उपज मिलती है।
खेती का सही समय और तैयारी
पूसा कीर्ति गेहूं की बुवाई के लिए अक्टूबर के आखिरी सप्ताह से लेकर नवंबर के पहले 10 दिन तक का समय सबसे उत्तम माना जाता है। इस अवधि में तापमान अनुकूल होता है जिससे बीज का अंकुरण अच्छा होता है और फसल मजबूत बनती है।
बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करना जरूरी है ताकि मिट्टी भुरभुरी और समतल बन सके। खेत में गोबर की सड़ी हुई खाद या जैविक खाद डालने से मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है जिससे पौधों की ग्रोथ बेहतर होती है।
प्रति हेक्टेयर खेत के लिए लगभग 100 किलोग्राम बीज पर्याप्त होता है। फसल के दौरान 5 से 6 बार सिंचाई करने से गेहूं की वृद्धि और दानों की गुणवत्ता बनी रहती है। खरपतवार नियंत्रण के लिए बुवाई के लगभग 25 से 30 दिन बाद निराई-गुड़ाई करना जरूरी है ताकि पौधों को पर्याप्त पोषण मिल सके।
कितनी होती है उपज और मुनाफा
गेहूं की पूसा कीर्ति किस्म किसानों के लिए मुनाफे का बेहतरीन जरिया बन चुकी है। इसकी फसल बुवाई के करीब 125 से 135 दिनों में कटाई योग्य हो जाती है। एक हेक्टेयर में इस किस्म की खेती करने से लगभग 60 से 65 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।
चमकदार और मोटे दानों के कारण बाजार में इसकी बिक्री बहुत तेजी से होती है। थोक व्यापारी और निर्यातक दोनों ही इस किस्म को खरीदने में दिलचस्पी दिखाते हैं। यही वजह है कि पूसा कीर्ति गेहूं देश के साथ-साथ विदेशों में भी खूब पसंद की जा रही है।
अगर आप इस रबी सीजन में गेहूं की ऐसी किस्म की तलाश में हैं जो कम समय में ज्यादा उपज दे और जिसकी बाजार में हमेशा डिमांड बनी रहे तो पूसा कीर्ति गेहूं की खेती आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प है। इसकी खेती में लागत कम आती है, रोग कम लगते हैं और मुनाफा भरपूर मिलता है। यही वजह है कि आज हर समझदार किसान इस वैरायटी की ओर रुख कर रहा है।
