मूली की खेती: अक्टूबर में करें बुवाई, कम खर्च में पाएं जबरदस्त उत्पादन और लाखों की कमाई का सुनहरा मौका

आज हम आपको एक ऐसी सब्जी की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं जो बेहद कम समय में तैयार हो जाती है और किसानों को शानदार मुनाफा दिलाती है। जी हां हम बात कर रहे हैं मूली की खेती की। अगर अक्टूबर के पहले सप्ताह तक इसकी बुवाई कर दी जाए तो इसका फायदा कई गुना ज्यादा हो जाता है। यह फसल केवल एक महीने में तैयार हो जाती है और इसमें खर्च भी बहुत कम आता है।
मूली की अच्छी किस्में
किसान भाई अपने क्षेत्र और मिट्टी के अनुसार मूली की किस्म का चयन करें। जापानी सफेद, पूसा रश्मि और पूसा हिमानी किस्में आजकल काफी लोकप्रिय हैं। इनके अलावा पूसा चेतकी, पूसा रेशमी, हिसार मूली नंबर वन और पंजाब पसंद भी बेहतरीन वैरायटी मानी जाती हैं। सही किस्म का चुनाव करने से उत्पादन भी अच्छा मिलता है और बाजार में दाम भी बढ़िया मिलता है।
खेत की तैयारी और खाद का महत्व
मूली की खेती के लिए उपजाऊ मिट्टी जरूरी होती है। किसान भाइयों को चाहिए कि बुवाई से पहले मिट्टी की जांच करवा लें ताकि खाद की सही मात्रा का पता चल सके। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि एक एकड़ खेत में 15 से 20 टन सड़ी हुई गोबर की खाद डालनी चाहिए। इसे बुवाई से करीब 15 दिन पहले खेत में मिला देना सबसे सही रहता है। इससे मिट्टी उपजाऊ बन जाती है और फसल की पैदावार शानदार होती है। इसके अलावा नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम युक्त खाद मूली की फसल के लिए बेहद फायदेमंद होती है।
दोस्तों अगर आप खेती से जल्दी और ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो मूली की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें खर्च कम आता है समय भी कम लगता है और बाजार में इसकी डिमांड हमेशा बनी रहती है। सही किस्म का चुनाव और सही खाद के इस्तेमाल से किसान भाई लाखों रुपये की कमाई आसानी से कर सकते हैं।
Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी कृषि विशेषज्ञों और उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है। खेती शुरू करने से पहले स्थानीय कृषि अधिकारी या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।