भारत की ऑटो इंडस्ट्री का ऐतिहासिक दिन: मारुति सुज़ुकी की पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी ई विटारा का उत्पादन शुरू

प्रधानमंत्री मोदी ने मारुति सुज़ुकी ई विटारा इलेक्ट्रिक एसयूवी के उत्पादन की शुरुआत की। जानें कैसे यह भारत को ग्लोबल ईवी हब बना रही है।
आज मैं आपके साथ एक ऐसी खबर साझा करने जा रहा हूँ जो सिर्फ़ ऑटोमोबाइल प्रेमियों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है। आपने सही सुना—भारत ने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मारुति सुज़ुकी की पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी ई विटारा के प्रोडक्शन की शुरुआत कर दी है। यह सिर्फ़ एक नई कार का लॉन्च नहीं है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत और हरित भविष्य की ओर एक मज़बूत कदम है।
नई ई विटारा को खासतौर पर गुजरात प्लांट में ही तैयार किया जाएगा। यह भारत की पहली ऐसी इलेक्ट्रिक एसयूवी है जिसे बड़े पैमाने पर बनाया जाएगा और यूरोप जैसे देशों में एक्सपोर्ट भी किया जाएगा। शुरुआती खेप इसी महीने पिपावाव पोर्ट से रवाना होकर ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, इटली और नॉर्वे तक पहुंचेगी। ई विटारा को एक डेडिकेटेड ईवी प्लेटफ़ॉर्म पर बनाया गया है, जिसका मतलब है कि इसके डिज़ाइन, परफ़ॉर्मेंस और सेफ़्टी पर गहराई से ध्यान दिया गया है। यह सिर्फ़ एक कार नहीं, बल्कि भारत की ऑटो इंडस्ट्री के नए युग का प्रतीक है।
गुजरात यूनिट में लिथियम-आयन सेल और इलेक्ट्रोड का स्थानीय स्तर पर उत्पादन शुरू होना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। शुरुआत में ये बैटरी मारुति की ग्रैंड विटारा स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड में इस्तेमाल होंगी। यहां हर साल 1.8 करोड़ सेल बनाने की क्षमता है, जिसे भविष्य में 3 करोड़ तक बढ़ाया जाएगा। इससे न केवल बैटरी इम्पोर्ट पर निर्भरता घटेगी, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को भी मजबूती मिलेगी।
सुज़ुकी ग्रुप अब तक भारत में 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश कर चुका है और 11 लाख से ज्यादा रोजगार पैदा कर चुका है। बलेनो, स्विफ्ट और फ्रॉन्क्स जैसी सफल कारों की लाइन-अप में अब ई विटारा भी शामिल हो चुकी है। इन कदमों के साथ मारुति सुज़ुकी ने न सिर्फ़ भारत को ईवी उत्पादन का हब बनाया है, बल्कि पूरे ग्लोबल इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड मोबिलिटी मैप पर भारत की पहचान को और मजबूत कर दिया है।