मुज़फ्फरनगर के जिला अस्पताल में रेड क्रॉस द्वारा 60 कंबलों का वितरण, तीमारदारों को मिली बड़ी राहत
मुज़फ्फरनगर । ज़िला चिकित्सालय स्थित रेड क्रॉस भवन में गुरुवार को आयोजित एक सादे किन्तु महत्वपूर्ण समारोह में जिला रेड क्रॉस समिति द्वारा 60 कंबलों का वितरण किया गया। इन कंबलों को अस्पताल में आने वाले मरीजों के तीमारदारों तथा ज़रूरतमंद लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया। ठंड के मौसम में इस पहल को मानवीय संवेदना से जुड़ी एक अहम मुहिम माना जा रहा है।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. अशोक अरोड़ा ने बताया कि वितरित किए गए कंबलों को विभिन्न चिकित्सा इकाइयों, जैसे—पुरुष चिकित्सालय, महिला चिकित्सालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा डीएससी सेंटर—पर भेजा जा रहा है, ताकि वहाँ ठंड से जूझ रहे तीमारदारों और गरीब वर्ग को राहत मिल सके। डॉ. अरोड़ा ने यह भी कहा कि प्रदेश मुख्यालय से समय-समय पर अन्य राहत सामग्री भी आती रहती है—जैसे ट्रिपल बाल्टी सेट, सेफ्टी किट, प्राथमिक चिकित्सा सामग्री आदि—जो नियमित रूप से समाज के विभिन्न कमजोर वर्गों तक पहुँचाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि रेड क्रॉस का प्रयास हमेशा रहा है कि अस्पताल परिसर में किसी भी व्यक्ति को ठंड, भूख या मूलभूत सुविधाओं के अभाव में कष्ट न झेलना पड़े।
समारोह के दौरान एसीएमओ डॉ. शैलेश जैन, डॉ. दिव्या वर्मा, डॉ. अशोक, और अन्य चिकित्सकों ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि रेड क्रॉस द्वारा दी जाने वाली सामग्री अस्पताल की नियमित व्यवस्था को मजबूत करती है और मरीजों तथा उनके परिजनों की मुश्किलें कम करती है। इस अवसर पर रेड क्रॉस सोसाइटी के ट्रेज़रर अशोक शर्मा ने सभी अतिथियों और सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि समिति आगे भी इसी प्रकार मानवीय कार्यों के लिए तत्पर रहेगी।ज़िला चिकित्सालय की ओर से रिकॉर्ड रूम प्रभारी एवं व्यवस्था प्रभारी डॉ. हारून ने भी सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया और बताया कि इलाज के साथ-साथ मरीजों के परिजनों की सुविधा भी अस्पताल की प्राथमिकता है।
इस वितरण कार्य में रेड क्रॉस सोसाइटी कार्यालय के प्रभारी शिवराज सिंह, दिन बहादुर, तथा अन्य स्टाफ सदस्यों का विशेष योगदान रहा।समारोह के अंत में उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में और अधिक राहत सामग्री—जैसे सेफ्टी किट, प्राथमिक चिकित्सा सामग्री व ज़रूरत के सामान—भी रेड क्रॉस द्वारा वितरित की जाएंगी, ताकि समाज के अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके।
