संसद में इकरा हसन ने गाया-"हम बुलबुले हैं इसकी, ये हिंदुस्तान हमारा" कहा- 'इंडियन मुस्लिम बाई-चॉइस हैं'; अटलजी के फैसले का दिया हवाला
नयी दिल्ली - संसद के शीतकालीन सत्र के छठे दिन सोमवार को लोकसभा में 'वंदे मातरम्' के 150 साल पूरे होने पर विशेष चर्चा सियासी टकराव में बदल गई। इस दौरान कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने जब "हम बुलबुले हैं इसकी, ये हिंदुस्तान हमारा" पंक्तियाँ पढ़ीं, तो सत्ता पक्ष के कुछ सांसदों ने आपत्ति जताई, जिसके बाद सदन में कुछ देर के लिए हंगामा हुआ। इस दौरान सपा सांसद प्रिया सरोज ने इकरा हसन का हौसला बढ़ाते हुए उनका साथ दिया।
इकरा हसन ने आगे कहा, "हम जिन्ना के प्रस्ताव को ठुकराकर भारतीय बने हैं। इंडियन मुसलमान इंडियन बाई-चांस नहीं, बाई-चॉइस हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग मुसलमानों और महान विभूतियों को देश तोड़ने वाला बताने का प्रयास करते हैं। उन्होंने 1998 में यूपी में राष्ट्रगीत को अनिवार्य किए जाने के फैसले का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय अटल बिहारी वाजपेयी ने इस कदम का विरोध किया था और संबंधित मंत्री को बर्खास्त भी किया गया था। उन्होंने सवाल किया कि क्या अटलजी भी तुष्टिकरण कर रहे थे या भारतीय नागरिकों की इच्छा का सम्मान कर रहे थे?
संबंधित खबरें
लेखक के बारे में
रॉयल बुलेटिन उत्तर भारत का प्रमुख हिंदी दैनिक है, जो पाठकों तक स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय खबरें तेज़, सटीक और निष्पक्ष रूप में पहुँचाता है, हिंदी पत्रकारिता का एक भरोसेमंद मंच !
