"मुगलों की कोई निशानी नहीं रहनी चाहिए", विपक्षी नेताओं की भाषा पर भड़के महामंडलेश्वर उमाकान्तानंद
मुजफ्फरनगर। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी डॉ. उमाकान्तानंद सरस्वती जी महाराज ने देश की वर्तमान राजनीति और विपक्षी दलों की बयानबाजी पर तीखा प्रहार किया है। दिल्ली से हरिद्वार जाते समय हाईवे पर मीडिया से रूबरू हुए स्वामी जी ने कहा कि विपक्षी नेताओं की भाषा शैली भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों के विपरीत है। उन्होंने विशेष रूप से 'राम' नाम के साथ उर्दू शब्दों के जोड़ पर आपत्ति जताते हुए कहा कि राम इस सृष्टि का आधार हैं और उनके नाम के साथ ऐसा खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हिन्दुत्व और राजनीति पर चर्चा करते हुए उन्होंने सपा और कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह आदि काल से ही हिंदू राष्ट्र रहा है; जरूरत सिर्फ इस बात की है कि हिंदू अब अपनी पहचान पहचानें और वास्तव में हिंदू बनें। उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) को समय की मांग बताया और कहा कि हिंदू बहुसंख्यक होने के बावजूद आज भी दबा हुआ महसूस करता है। इस अवसर पर महामनीषी निरंजन स्वामी महाराज और साध्वी विष्णु प्रिया सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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