Year Ender 2025: अंतरिक्ष में भारत की ऊंची उड़ान, ISRO के लिए मील का पत्थर साबित हुआ यह साल
नई दिल्ली/बेंगलुरु। वर्ष 2025 भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इस साल न केवल अपनी तकनीकी सीमाओं को विस्तार दिया, बल्कि वैश्विक अंतरिक्ष मानचित्र पर भारत की धमक को और मजबूत किया। इसरो के आंकड़ों के अनुसार, इस एक वर्ष में संगठन ने करीब 200 महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनमें गगनयान मिशन से जुड़ी प्रगति से लेकर क्रायोजेनिक इंजन के सफल परीक्षण तक शामिल हैं।
ग्लोबल स्पेस मार्केट में बढ़ी धाक सिर्फ वैज्ञानिक मिशन ही नहीं, बल्कि कमर्शियल लॉन्चिंग के क्षेत्र में भी इसरो ने साल 2025 में नए रिकॉर्ड बनाए। विदेशी उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण और किफायती तकनीक के कारण दुनिया भर की स्पेस एजेंसियां अब भारत की ओर देख रही हैं। निजी क्षेत्र की भागीदारी और स्टार्टअप्स के साथ तालमेल ने भी भारतीय स्पेस सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। कुल मिलाकर, 2025 वह साल रहा जिसने भारत को अंतरिक्ष विज्ञान की 'महाशक्ति' बनने की राह पर और आगे बढ़ा दिया।
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