पीएम मोदी बोले: ब्रह्मोस की ताकत ने विदेशों को खरीदने पर मजबूर किया



पीएम मोदी ने कहा कि कई देश अब इन मिसाइलों को खरीदने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, "जब भी मैं विशेषज्ञों से मिलता हूं तो वे सभी एक ही इच्छा व्यक्त करते हैं कि वे भी इन मिसाइलों तक पहुंच चाहते हैं।" उन्होंने देश की बढ़ती रक्षा क्षमताओं पर जोर देते हुए कहा, "भारत तीनों सेनाओं के लिए उपकरणों के निर्यात की क्षमता का निर्माण कर रहा है। हम दुनिया में एक शीर्ष रक्षा निर्यातक बनने की आकांक्षा रखते हैं, जो पिछले 11 वर्षों में 30 गुना बढ़ गया है।"
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि औसतन हर 40 दिनों में एक नया स्वदेशी युद्धपोत या पनडुब्बी भारतीय नौसेना में शामिल हो रही है, जो रक्षा निर्माण में देश की तेजी से प्रगति को दर्शाता है। भारत के बढ़ते समुद्री प्रभुत्व को लेकर प्रधानमंत्री ने नौसेना के साहस और आईएनएस विक्रांत की सामरिक शक्ति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह केवल एक युद्धपोत नहीं है। यह 21वीं सदी के भारत की प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और वैश्विक प्रभाव का प्रमाण है। उन्होंने हाल के अभियानों में इस पोत की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताते हुए कहा, "आईएनएस विक्रांत ने भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम का प्रदर्शन किया, जिसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को कुछ ही दिनों में झुकने पर मजबूर कर दिया।" प्रधानमंत्री ने सोमवार को आईएनएस विक्रांत पर भारतीय नौसेना के वीर जवानों के साथ दीपावली मनाई।