इस फसल से खेत में उगाएं सोना – कम लागत में पाएं ₹1.5 लाख तक का शुद्ध मुनाफा और सालभर बनी रहेगी बाजार में जबरदस्त मांग


मूंगफली की फुले प्रगति किस्म की खासियत

खेती का सही समय और तरीका
अक्टूबर का महीना मूंगफली की फुले प्रगति किस्म की खेती के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इसकी बुवाई के लिए तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस आदर्श होता है। खेत की अच्छी जुताई करने के बाद मिट्टी में गोबर की सड़ी खाद मिलाना चाहिए ताकि मिट्टी उपजाऊ बन सके। साथ ही खेत में जल निकास की उचित व्यवस्था भी जरूरी है क्योंकि पानी रुकने से फसल को नुकसान हो सकता है।
बीज बोने से पहले उनका उपचार करना बहुत आवश्यक है ताकि कीट और फफूंद का खतरा न रहे। पहली सिंचाई बुवाई के तुरंत बाद करनी चाहिए और फिर हर 12 से 15 दिन के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए। फुले प्रगति किस्म की खेती में वर्मी कम्पोस्ट, नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का संतुलित उपयोग करने से उत्पादन काफी बढ़ जाता है।
यह किस्म लगभग 3 महीने यानी करीब 90 दिनों में पूरी तरह तैयार हो जाती है। इस दौरान अगर फसल की सही देखभाल की जाए तो पैदावार और गुणवत्ता दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि होती है।
पैदावार और मुनाफा
मूंगफली की फुले प्रगति किस्म की पैदावार बेहद अच्छी होती है। एक हेक्टेयर खेत में इस किस्म से लगभग 20 से 25 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। मंडी में मूंगफली का औसतन भाव अच्छा मिलता है जिससे किसान एक हेक्टेयर में ₹1 लाख से ₹1.5 लाख तक का शुद्ध मुनाफा कमा सकते हैं। खास बात यह है कि इस फसल में लागत भी बहुत ज्यादा नहीं आती, जिससे यह छोटे और मध्यम किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित होती है
अगर आप इस सीजन में ऐसी फसल लगाना चाहते हैं जो कम समय में तैयार हो, लागत कम लगे और मुनाफा ज्यादा मिले तो मूंगफली की फुले प्रगति किस्म आपके लिए सबसे सही विकल्प है। इसकी खेती से आपको न सिर्फ अच्छी आमदनी होगी बल्कि अगली फसल के लिए मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहेगी। तो किसान भाई, इस अक्टूबर में फुले प्रगति मूंगफली की बुवाई जरूर करें और अपने खेत से सोना उगाएं।
Disclaimer: यह लेख केवल शैक्षिक और खेती की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। मूंगफली की किसी भी किस्म की बुवाई करने से पहले अपने क्षेत्र के कृषि विशेषज्ञ या कृषि विभाग से परामर्श अवश्य लें ताकि स्थानीय जलवायु और मिट्टी के अनुसार सही मार्गदर्शन मिल सके।