राजस्थान में गैंगवार का फिल्मी अंत: हिस्ट्रीशीटर का अपहरण कर भाग रहे बदमाशों की गाड़ी ट्रोले से भिड़ी, दो की मौत, एक घायल


कुछ ही घंटों में पलटी कहानी

नाकाबंदी और पीछा
घटना की जानकारी मिलते ही झुंझुनूं पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी करवाई। एएसपी देवेंद्र राजावत के नेतृत्व में कई टीमें बदमाशों के पीछा करने में जुटीं। बदमाशों ने बचने के लिए अपनी गाड़ी की स्पीड खतरनाक स्तर तक बढ़ा दी। तभी चूड़ी-अजीतगढ़ गांव के पास उनकी कैंपर एक ट्रोले से जा भिड़ी। टक्कर इतनी तेज थी कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई।
मौके पर दो की मौत, एक गंभीर घायल
इस हादसे में हिस्ट्रीशीटर बाबूलाल निवासी मुकुंदगढ़ और विनोद मीणा की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, नयमू भगासरा नामक बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे झुंझुनूं जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि घायल की हालत अभी भी नाज़ुक बनी हुई है। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया और घटना स्थल से कई सबूत बरामद किए हैं।
दीपक मालसरिया गैंग पर शक
पुलिस जांच में शुरुआती तौर पर इस अपहरण के पीछे कुख्यात दीपक मालसरिया गैंग का नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि डेनिस बावरिया और दीपक मालसरिया के बीच लंबे समय से वर्चस्व की जंग चल रही थी। दोनों गिरोहों के बीच पहले भी कई बार झड़पें हो चुकी हैं। पुलिस का अनुमान है कि इसी पुरानी रंजिश के चलते इस अपहरण की साजिश रची गई थी।
झुंझुनूं का चर्चित हिस्ट्रीशीटर, 12 से अधिक केस दर्ज
डेनिस उर्फ नरेश बावरिया झुंझुनूं जिले का एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ रंगदारी, लूट, अवैध हथियार, धमकी और हत्या के प्रयास जैसे मामलों में 12 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। उस पर पहले भी कई बार जानलेवा हमले हो चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि डेनिस अक्सर इलाके में दबदबा बनाए रखने के लिए विरोधी गैंगों से भिड़ता रहता था।
एसपी बोले, आपसी रंजिश का मामला
झुंझुनूं एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला आपसी रंजिश का प्रतीत होता है। उन्होंने कहा, “पुलिस ने पूरे जिले में अतिरिक्त नाकाबंदी और गश्त बढ़ा दी है। फरार बदमाशों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।” पुलिस फिलहाल दीपक मालसरिया गैंग और बावरिया गैंग के बीच के पुराने विवाद की तह तक जाने में जुटी है।
समापन - अपराध की दौड़ का खौफनाक अंत
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि राजस्थान के कई इलाकों में गैंगवॉर और पुरानी दुश्मनी अब भी अपराध का बड़ा कारण हैं। हालांकि, पुलिस की तेजी से की गई कार्रवाई के चलते यह मामला और भी बड़ा रूप नहीं ले सका। दो बदमाशों की मौत और एक के घायल होने के बाद अब सवाल यह है कि झुंझुनूं में अपराध की यह कड़ी कहां जाकर थमेगी?