अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम में नहीं पहुंचे दोनों डिप्टी CM, नाराज होकर रद्द किया दौरा


जहाँ हर साल दीपोत्सव के मंच पर पूरा यूपी सरकार परिवार नजर आता है, वहीं इस बार दोनों डिप्टी सीएम गायब रहे।
आख़िर ऐसा क्या हुआ कि केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने आख़िरी वक्त पर अयोध्या जाने से इनकार कर दिया?
आईए जानते हैं इस पूरे विवाद की अंदर की कहानी!"
"अयोध्या में इस साल दीपोत्सव कार्यक्रम पहले से भी भव्य था — पूरा शहर रोशनी में नहाया हुआ, लेकिन इस चमक-दमक के बीच एक सवाल सबके मन में गूंजता रहा — दोनों डिप्टी सीएम कहाँ हैं?"

दीपोत्सव के सरकारी विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें थीं,
साथ में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही के नाम भी शामिल थे…
लेकिन हैरानी की बात ये रही कि दोनों डिप्टी सीएम के नाम उस विज्ञापन से गायब थे!""बस फिर क्या था — माना जा रहा है कि दोनों डिप्टी सीएम ने इसे अपमान समझा और अयोध्या दौरा रद्द कर दिया।
केशव प्रसाद मौर्य बिहार से लौटने के बाद सीधे लखनऊ चले गए, जबकि ब्रजेश पाठक ने भी आज का कार्यक्रम कैंसिल कर दिया।"
"इस पूरे मुद्दे पर सियासी बयानबाज़ी भी तेज़ हो गई।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X (पूर्व में ट्विटर) पर बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए लिखा —
‘जनता पूछ रही है, क्या यूपी सरकार में डिप्टी सीएम के पद खत्म कर दिए गए हैं?’
उन्होंने कहा — ‘जिनको जगह नहीं मिली इश्तहार में, उनकी क्या अहमियत बची सरकार में!’""अखिलेश यहीं नहीं रुके — उन्होंने बीजेपी पर ‘प्रभुत्ववादी सोच’ और ‘डबल इंजन की टकराहट’ के भी आरोप लगाए।
उनका कहना था कि बीजेपी में अब इंजन ही नहीं, इंजन के डिब्बे भी आपस में टकरा रहे हैं।""वहीं बीजेपी खेमे में इस विवाद पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है,
दोस्तों, अयोध्या का दीपोत्सव इस बार सिर्फ़ दीयों की रौशनी से नहीं, बल्कि सियासी गर्मी से भी जगमगा उठा!
क्या ये सिर्फ़ एक विज्ञापन विवाद है या बीजेपी के भीतर कुछ बड़ा पक रहा है?
आपको क्या लगता है —
क्या ये नाराज़गी वाकई गहरी है, या सिर्फ़ एक सियासी मैसेज?
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