मुज़फ्फरनगर। दीपावली से पहले शहर में बिक रहे मावे की शुद्धता को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। संयुक्त व्यापार संघ संघर्ष समिति के संयोजक कृष्ण गोपाल मित्तल ने प्रेस वार्ता कर फूड विभाग और प्रशासन की कार्यवाही पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि शहर में बिकने वाला अधिकांश मावा मिलावटी है और व्यापारी खुद नकली मावा तैयार करवा रहे हैं।
कृष्ण गोपाल मित्तल ने कहा कि “मुज़फ्फरनगर में जितना दूध इकट्ठा नहीं होता, उससे कहीं ज्यादा मावा बाजार में बिक रहा है, यह सीधी मिलावट का सबूत है।” उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले खालापार स्थित फक्कर शाह चौक पर फूड विभाग ने लगभग ढाई कुंतल मावा पकड़ा था, जिसके सैंपल जांच के लिए भेजे गए। बाद में वह मावा अबूपुरा स्थित कदीम अग्रवाल धर्मशाला में रखवाया गया, जिसका महामंत्री अनिल तायल स्वयं मावा व्यवसाय से जुड़ा है।
कृष्ण गोपाल मित्तल ने दावा किया कि जिन व्यापारियों के गोदामों की जांच की जाए, वहां रिफाइंड, सेलखड़ी और पाउडर बड़ी मात्रा में मिलेंगे। उन्होंने कहा कि “यह व्यापारी खुद नकली मावा तैयार कर बेच रहे हैं, जिससे लोगों की सेहत के साथ खुला खिलवाड़ हो रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि समिति मिलावट के खिलाफ है, व्यापारियों के खिलाफ नहीं, लेकिन शहर के कुछ बड़े मावा व्यापारी छोटे व्यापारियों को दबाव में लेकर मिलावटी व्यापार चला रहे हैं।