इस अक्टूबर-नवंबर में लगाइए ये दो फसलें और कमाइए ₹50,000 से ₹1 लाख तक का मुनाफा



पहली फसल – मेथी की खेती
अक्टूबर और नवंबर मेथी की खेती के लिए सबसे उपयुक्त समय माना जाता है। यह फसल कम समय में तैयार हो जाती है और खर्च भी बहुत कम आता है। अगर आप अक्टूबर में ही बुवाई कर लेते हैं तो आपको बाजार में और बेहतर भाव मिल सकता है।
एक एकड़ खेत के लिए करीब 30 किलो बीज की जरूरत पड़ती है। खेत की अच्छी तरह से जुताई कर छिड़काव विधि से बुवाई करें और हल्की सिंचाई दें। बीजों को बुवाई से पहले उपचारित कर लेना बहुत जरूरी है, इससे रोगों का खतरा कम होता है और अंकुरण अच्छा होता है।
मेथी की फसल लगभग 40 से 45 दिन में तैयार हो जाती है। एक एकड़ से आप करीब 40 क्विंटल तक उत्पादन ले सकते हैं। अगर मंडी में भाव ₹15 प्रति किलो भी मिले तो कुल आमदनी ₹60,000 तक पहुंच जाती है। खर्च निकालने के बाद किसान को ₹50,000 का शुद्ध मुनाफा आसानी से हो सकता है।
दूसरी फसल – मटर की अगेती खेती
अगर आप इस समय मटर की खेती करने का सोच रहे हैं तो यह बिल्कुल सही समय है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से नवंबर की शुरुआत तक मटर की अगेती खेती की जाती है। अगेती फसल को मंडी में ज्यादा भाव मिलता है क्योंकि उस समय मांग ज्यादा और आपूर्ति कम होती है।
मंडी में मटर का भाव ₹40 से ₹80 प्रति किलो तक पहुंच सकता है। ऐसे में अगर उत्पादन अच्छा हो तो कम भाव मिलने पर भी किसान को नुकसान नहीं होता। एक एकड़ में उचित देखभाल के साथ 50 क्विंटल तक उत्पादन संभव है।
बुवाई के 20 दिन बाद एनपीके 19:19:19 दो ग्राम और सल्फर दो ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें। फिर 40 दिन बाद गुड़ाई करें और पौधों को सहारा दें। इससे फसल की गुणवत्ता बढ़ेगी और उत्पादन में लगभग 45% की वृद्धि होगी।
अगर औसतन ₹20 प्रति किलो का भाव मिले तो एक एकड़ से ₹1 लाख तक की आमदनी संभव है। खर्च निकालने के बाद किसान को ₹55,000 तक का शुद्ध लाभ आराम से मिल सकता है।
दोनों फसलें यानी मेथी और मटर अक्टूबर-नवंबर के लिए बेहतरीन विकल्प हैं। इनसे न सिर्फ खर्चा कम होता है बल्कि फसल जल्दी तैयार होकर किसान को अच्छा बाजार भाव भी देती है। अगर किसान सही समय पर बुवाई करें और फसल की देखभाल पर ध्यान दें तो एक एकड़ में ₹50,000 से ₹1 लाख तक का शुद्ध मुनाफा कोई बड़ी बात नहीं है।